Mumbai: मुंबई (Mumbai) में बढ़ते कोविड -19 (Covid 19) केसों ने एक बार फिर सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इसी बीच शैक्षणिक संस्थान अपने नए सेशन के लिए फिर से खोलने के लिए तैयार हैं. इसके लिए कई संस्थानों ने छात्रों को परिसर में मास्क पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करना भी शुरू कर दिया है.


मास्क के लिए छात्रों को किया जाएगा प्रोत्साहित


वहीं फरवरी में क्लासेस और लैब सेशन शुरू करने वाले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IITB) ने छात्रों को कक्षाओं में मास्क का ऑप्शन चुनने के लिए कहा है. क्योंकि यहां पिछले हफ्ते 30 से अधिक कोविड -19 मामले सामने आए हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, आईआईटीबी के निदेशक सुभासिस चौधरी ने कहा, मुंबई/महाराष्ट्र में जो भी प्रचलित मानदंड है, हम उसका पालन करेंगे. अभी भी हम छात्रों को कक्षाओं में मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. परिसर में कोई सुविधा या गतिविधियां बंद नहीं की गई हैं. बता दें कि अक्टूबर 2021 में फिर से शुरू कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया था. जिसके बाद दिसंबर में स्कूलों में फिर से कक्षाएं शुरू हुईं.


वैक्सीन लगवा चुके छात्रों के लिए खुला कॉलेज


फिलहाल वैक्सीन की सभी डोज लगवा चुके कर्मचारियों और छात्रों के लिए कॉलेजों को फिर से खोल दिया गया है. कोविड -19 मामलों में वृद्धि के कारण जनवरी में फिर से बंद होने से पहले सभी संस्थानों को हाइब्रिड शिक्षण मोड अपनाने के लिए कहा गया था. दो हफ्ते बाद, 24 जनवरी से शुरू होने वाली हाइब्रिड कक्षाओं के लिए शैक्षणिक संस्थान फिर से खुल गए.


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कोरोना नियमों का पालन करें


एक उपनगरीय कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि, हम ऑनलाइन क्लासेस फिर से शुरू नही कर सकते. क्योंकि शारीरिक कक्षाओं के अभाव में छात्र शिक्षा और समग्र विकास से वंचित रह गए हैं. इसके बजाय, हमें सभी को कॉलेजों में वायरस को फैलने से रोकने के लिए समाजिक दूरी, स्वच्छता के साथ-साथ मास्क लगाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. उन्होंने बताया कि, मुंबई विश्वविद्यालय (एमयू) से जुड़े अधिकांश कॉलेज 13 जून को फिर से खुलने वाले हैं.


छात्र और अभिभावक रखें ख्याल


इसके अलावा आरडी नेशनल कॉलेज की प्रिंसिपल नेहा जगतियानी ने कहा कि, विश्वविद्यालय या सरकार के एक परिपत्र के बिना, हम किसी को नियमों का पालन करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते. इसके बजाय, छात्रों और अभिभावकों को अपने खुद कोविड नियमों का पालन करना जारी रखना चाहिए और ये सुनिश्चित करना चाहिए वायरस उनकी शिक्षा को प्रभावित ना कर सकें.


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