Mumbai News: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे अक्टूबर 2025 में पूरी हो जाएगी. यह जानकारी खुद परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने दी है. इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद मुंबई और दिल्ली के बीच की दूरी सिमट कर 12 घंटे की रह जाएगी. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को जोड़ेगा. यह दिल्ली से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट यानी जेएनपीटी की दूरी को करीब 180 किलोमीटर कम कर देगा और ट्रैवल टाइम भी करीब 50 प्रतिशत कम हो जाएगा.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नितिन गडकरी ने राज्यसभा में जानकारी दी कि मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे के 1386 किलोमीटर में से 1136 किलोमीटर का काम लगभग पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि लगभग 82 प्रतिशत काम पूरा हो गाय है. ऐसा बताया जा रहा है कि जमीन अधिग्रहण के कारण गुजरात के हिस्से वाले एक्सप्रेसवे में देरी हो रही है. गुजरात में 62 किलोमीटर का रास्ता गुजरेगा जिसके लिए नवंबर 2023 में बिडिंग ही शुरू हुई थी. हालांकि बीडिंग का काम अप्रैल तक खत्म हो पाया और जुलाई में काम शुरू ही हुआ है.
ये मार्ग हो गए हैं ऑपरेशनल
बता दें कि 1386 किलोमीटर में से 630 किलोमीटर का रास्ता ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है. उदहारण के लिए सोहना, दौसा और सवाई माधोपुर के बीच 293 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे खोल दिया गया है जबकि झालावाड़ और मध्य प्रदेश/गुजरात सीमा के बीच के 245 किलोमीटर के रास्ते पर भी वाहनों की आवाजाही जारी है.
देश में हाइवे का लंबाई बढ़कर हो गई इतनी
बताया जा रहा है कि मार्च 2025 तक सोहना से वडोदरा के बीच का 845 किलोमीटर का रास्ता पूरा तरह से खोल दिया जाएगा. इसके अलावा एक्सप्रेसवे का अन्य रास्ता जिसमें मुंबई के जेएनपीटी, यूपी के जेवर एयरपोर्ट और दिल्ली के डीएनडी फ्लाईओवर मौजूद है, उसे भी ट्रैफिक के लिए खोल दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी है कि देश में हाईवे का आकार 1.6 गुना बढ़ गया है जो कि 2014 में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 91,287 किलोमीटर थी वह अब 1,46,126 किलोमीटर हो गई है.
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