Mahrashtra News: एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती मानी जाने वाली महाराष्ट्र के धारावी में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. यहां बीएमसी कर्मचारियों द्वारा एक मस्जिद का कथित अवैध हिस्सा तोड़ने से विवाद खड़ा हो गया. इसके विरोध में सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. हालात सामान्य बनाने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. फिलहाल बीएमसी की टीम वहां से चली गई है. 


बीएमसी ने इस मामले मस्जिद कमेटी को अवैध निर्माण हटाने के लिए आठ दिन का समय दिया है. तब तक मस्जिद पर बीएमसी किसी भी तरह की कर्रवाई नहीं करेगी. मिली जानकारी के अनुसार, मुस्लिम समाज इस मस्जिद पर किसी भी तरह की कार्रवाई न हो इसके लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी.


लोगों ने क्या कहा?
वहीं यहां के स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया भी सामने भा सामने आई है. धारावी निवासी समरुद्दीन शेख ने बताया कि "मैं धारावी में पैदा हुआ और यहीं पला-बढ़ा हूं, जिस ढांचे को बीएमसी और दूसरे अधिकारी अवैध बता रहे हैं, वह एक दिन में नहीं बना है. इसे बनाने में कई दिन और महीने लगे, तब अधिकारी कहां थे? आज उस ढांचे ने मस्जिद का रूप ले लिया है. हमारी भावनाएं उस मस्जिद से जुड़ी हैं, तो अब वह कह रहे हैं कि वह मस्जिद को गिरा देंगे. इससे हमारी भावनाएं प्रभावित हुई हैं."






दरअसल, मुंबई के धारावी में 'महबूब सुबहानि' मस्जिद के कुछ हिस्से को बीएमसी ने अवैध बताकर तोड़ना चाह रही है. इस लिए शुक्रवार की रात से ही स्थानीय लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां के लोगों का कहना है कि यह मस्जिद काफी पुरानी है. इसलिए इसे नहीं तोड़ा जाना चाहिए.


ऐसे में जब बीएमसी अधिकारी मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ियों पर भी तोड़फोड़ कर दी. हालात को काबू में करने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया.



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