Maharashtra Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र के मुंबई में सियासी दलों के साथ प्रशासन भी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जोर-शोर से जुटा है. इसी क्रम में मुंबई उपनगर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी एक अहम आदेश जारी किया है. इस आदेश के तहत मुंबई के सरकारी अस्पतालों में अति आवश्यक सेवाओं में लगे डॉक्टरों, कर्मचारियों और नर्सों के चुनाव कार्य के लिए लगाई गई ड्यूटी को तत्काल आदेश से रद्द कर दिया गया है.
यह आदेश मुंबई उपनगर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र क्षीरसागर ने दिया है. दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मुंबई उपनगरीय जिले के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए अलग-अलग विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
आयोग के आदेश पर उठने लगे थे सवाल
आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान टीचरों की तर्ज पर पहली बार मुंबई महानगर पालिका की चिकित्सा सेवाओं में लगे करीब 500 डॉक्टरों और नर्सों की चुनावी में ड्यूटी लगाई गई थी. पहली बार चुनाव में डॉक्टरों और चिकित्सा सेवाओं में लगे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने की खबर आते ही इसका विरोध शुरू हो गया था. लोगों ने इसका विरोध करते हुए चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा शुरू कर दिया था. लोगों का कहना था कि आवश्यक सेवाओं में लगे डॉक्टरों और कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी कैसे लगाई जा सकती है.
निर्वाचन आयोग ने आदेश किया रद्द
मामले की गंभीर को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस आदेश पर संज्ञान लिया था. इसको लेकर अब मुंबई उपनगरीय जिले के कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र क्षीरसागर के द्वारा तत्काल आदेश जारी किया गया है. इस आदेश के तहत चिकित्सा सेवा में लगे डॉक्टरों, कर्मचारियों और नर्सों की चुनावी ड्यूटी को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है.
ये भी पढ़ें: एक्टर गोविंदा का चुनाव लड़ना तय? इस बड़े नेता से की मुलाकात