Mumbai Double Decker Train Discontinued: पश्चिम रेलवे की मुंबई में आखिरी गैर-एसी डबल-डेकर कोच ट्रेन दो दशकों से अधिक की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गई है. इस ट्रेन की सेवा को पश्चिम रेलवे ने शनिवार (4 दिसंबर) से बंद कर दिया. इसी के साथ भारतीय रेलवे में डबल-डेकर कोच ट्रेनों का एक युग समाप्त हो गया है. पश्चिम रेलवे के अनुसार, 4 जनवरी 2025 तक अपने नियमित समय के अनुसार इस ट्रेन ने सेवा देते हुए अपनी यात्रा समाप्त की.


पश्चिम रेलवे के मुताबिक, 5 जनवरी से वहीं ट्रेन 22 कोचों के पारंपरिक आईसीएफ रेक के साथ चलेगी, जो अभी तक कही और चल रही है. एक ICF ट्रेन पुरानी गैर-एसी डबल-डेकर ट्रेन की जगह लेगी. मुंबई सेंट्रल स्टेशन से शनिवार को आखिरी बार डबल-डेकर कोचों के साथ चलने वाली इस ट्रेन के रिटायरमेंट के दिन तमाम रेलवे कर्मचारी भी मौजूद रहे और इस ट्रेन को अंतिम विदाई दी गई. ट्रेनों में किए इस परिवर्तन का उद्देश्य मौजूदा डबल डेकर ट्रेन के यात्रियों को सुविधा देना है, जो मुंबई की ट्रेन सेवाओं की खास विशेषता रही है. 


नए कोच में खास क्या होगा?
एक अधिकारी के मुताबिक, नए आईसीएफ रेक में सीटिंग की जगह के साथ साथ ऊपर के बर्थ की भी सुविधा होगी. बता दें हर डबल डेकर कोच में 136 यात्रियों के बैठके की जगह होती थी. साथ ही गलियारों और ट्रेन के दरवाजों के पास की जगह को मिलाकर इसमें कुल 250 से 260 लोग आ जाते थे. वहीं आईसीएफ जनलर कोच में बैठने के लिए 100 सीटे होंगी और ऊपर की बर्थ को मिला कर 60 और सीटें हो जाती हैं. 


इस हिसाब से आईसीएफ में बैठने की कुल क्षमता 160 लोगों की होगी. इसमें खड़े होकर सफर करने वालों को गिना जाए तो वह भी 250 तक पहुंच जाते हैं. अधिकारियों की मानें तो जगह की कमी न हो ये देखते हुए रेवले ने चार अतिरिक्त कोच भी जोड़ने की प्लानिंग की है. इससे रेक का 18 कोच से बढ़कर 22 कोच का हो जाएगा. 



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