Mumbai: मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में बिजली कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र महावितरण को अडानी ग्रुप अधिग्रहण कर सकता है. केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ महाराष्ट्र के विभिन जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. महाराष्ट्र में बिजली कर्मचारियों की अनियंत्रित हड़ताल के कारण इन शहरों के कुछ हिस्सों में लोग बिजली नहीं आने से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. चंद्रपुर, सोलापुर, पुणे, बुलढाणा, अहमदनगर, नागपुर, वाशिम, अकोला, रत्नागिरी और सतारा में लोग बिजली गुल की समस्या का सामना कर रहे हैं.
जनता को हो सकती है परेशानी
बिजली कर्मचारियों के ड्यूटी पर न होने से जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. अडानी पावर कंपनी ने महाराष्ट्र के विभिन्न महावितरण के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों में समानांतर लाइसेंस के लिए महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग को आवेदन दिया है. संगठनों का आरोप है की जल्द ही अडानी ग्रुप इसका भी अधिग्रहण कर सकती है.
निजीकरण नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
इस पर महावितरण के बिजली उपभोक्ताओं, महावितरण के हजारों कार्यकर्ताओं, ट्रेड यूनियनों और जनप्रतिनिधियों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है और केंद्र सरकार की निजीकरण नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का फैसला लिया है. बिजली कंपनी के कर्मचारियों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बैठक बुलाई है. बता दें, विद्युत यूनियन ने निजीकरण के विरोध में बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. 30 से अधिक यूनियन सरकारी विद्युत कंपनियों के निजीकरण के प्रयास को विफल करने के लिए एकसाथ आये हैं.
कर्मचारियों ने सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से बिजली वितरण क्षेत्र में निजीकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है और अनुबंध के आधार पर काम करने वालों के लिए स्थायी नौकरी की मांग की है. बिजली आउटेज से बचने के लिए, ऊर्जा विभाग ने अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए कहा है और शिकायतों के समाधान के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है.