ED के सामने बयान दर्ज कराने के लिए पेश हुए मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे, ये है मामला
Mumbai के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे मंगलवार को एक मामले में पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश हुए. वे यहां ईडी के ऑफिस ऑटो में बैठकर पहुंचे थे.
Mumbai Ex CP Faces ED: मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे (Sanjay Pande) मंगलवार को एक ऑटो रिक्शा में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय पहुंचे और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को-लोकेशन घोटाले की जांच में शामिल हुए. पिछले सप्ताह मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए पांडेय सुबह करीब 11.20 बजे ईडी मुख्यालय पहुंचे और सुबह से ही अपनी उपस्थिति का इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों को चकमा देते हुए एक ऑटो-रिक्शा में ईडी मुख्यालय पहुंचे. आसमानी रंग की शर्ट और काली पैंट पहने पांडे को ईडी के सम्मन के बाद जांचकर्ताओं के सामने पेश किया गया था.
पांडे से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की गई और दोपहर करीब दो बजे लंच ब्रेक की अनुमति दी गई. इस बीच, जांच एजेंसी ने एनएसई को-लोकेशन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत धारा 50 के तहत पांडे का बयान दर्ज किया, ताकि यह पता चल सके कि 2001 में सेवानिवृत्त मुंबई पुलिस प्रमुख द्वारा एक ऑडिट कंपनी को कैसे शामिल किया गया, जिन्होंने एनएसई सर्वरों से की गई गड़बड़ी को लेकर अलर्ट नहीं दिया.
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पूर्व पुलिस कमिश्नर पर लगे हैं ये आरोप
समझौते ने कंपनियों में से एक को सिस्टम में अनुचित पहुंच प्राप्त करने की अनुमति दी थी, जिसके परिणामस्वरूप उसे अप्रत्याशित लाभ हुआ. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) 2018 से इस मामले की जांच कर रही है. यह आरोप लगाया गया है कि पांडे द्वारा निगमित फर्म उन आईटी कंपनियों में से एक थी जिसे 2010 से 2015 तक एनएसई में सुरक्षा ऑडिट करने का काम सौंपा गया था, जब माना जाता है कि को-लोकेशन घोटाला हुआ था.