Shiv Sena (UBT) Datta Dalvi: पूर्व मेयर दत्ता दलवी पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप है. दत्ता दलवी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस बीच, ठाकरे गुट ने तुरंत उनकी जमानत के लिए अर्जी दायर की है, लेकिन पुलिस द्वारा अपना पक्ष नहीं रखे जाने के कारण उन्हें जमानत नहीं मिल सकी. क्या आज पुलिस अपना बयान कोर्ट में पेश करेगी? क्या आज भी दत्ता दलवी को जमानत मिलेगी? ये देखना अहम होगा. ठाकरे गुट ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है कि अगर उन्हें जमानत नहीं मिली तो वे हाईवे जाम कर देंगे. साथ ही, ठाकरे समूह ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर उन्हें जमानत नहीं मिली तो शिवसैनिक उत्तर पूर्व मुंबई में आक्रामक होंगे.
उद्धव गुट में आक्रोश
दत्ता दलवी के बेटे योगेश दलवी ने सुबह ठाकरे समूह के सांसद संजय राउत और ठाकरे समूह के विधायक सुनील राउत से मुलाकात की है. बता दें, भांडुप में शिवसेना ठाकरे गुट के कोंकणी पदाधिकारियों की एक सभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपशब्द कहने के आरोप में शिवसेना ठाकरे गुट के पूर्व मेयर दत्ता दलवी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
कौन हैं दत्ता दलवी?
दत्ता दलवी को बाला साहेब के कट्टर शिवसैनिक के रूप में जाना जाता है. दत्ता दलवी ने अपने करियर की शुरुआत एक सामान्य शिवसैनिक के रूप में की थी. अपने आक्रामक स्वभाव के कारण वह कम समय में ही मशहूर हो गये और बालासाहेब ठाकरे के विश्वासपात्र बन गये. उन्होंने शिवसेना के विभाग क्रमांक 7 के विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी निभाई. दत्ता दलवी 2005 से 2007 के बीच मुंबई के मेयर भी रहे. इस दौरान उन्होंने अपने करियर को काफी सफल बनाया.
नॉर्थ ईस्ट मुंबई में दत्ता दलवी का काफी प्रभाव है . साल 2018 में दत्ता दलवी ने विभाग के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था. उस समय यह बहुत लोकप्रिय था. बाद में एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी और शिवसेना पर दावा ठोक दिया. उस दौरान दत्ता दलवी उद्धव ठाकरे के साथ रहे और उनकी वफादारी बरकरार रखी. अब उन्हें सीधे तौर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.