मुबंई घाटकोपर होर्डिंग हादसे में फरार आरोपी अरशद खान की बढ़ी मुश्किलें, लुक आउट नोटिस जारी
Ghatkopar Hording Collapses:मुंबई के घाटकोपर हादसे में SIT की जांच जारी है. क्राइम ब्रांच ने फरार आरोपी अरशद खान के खिलाफ लुक आउट जारी किया है. समन भेजने के बाद भी अरशद खान पूछताछ के पेश नहीं हुआ था.
Ghatkopar Hording Collapses: मुंबई के घाटकोपर में 13 मई को होर्डिंग हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 70 से ज्यादा लोग घायल भी हो गए थे. मामले की जांच में जुटी एसआईटी ने अरशद खान को वॉन्टेड आरोपी बताया है. क्राइम ब्रांच ने अरशद खान के खिलाफ LOC (लुक आउट सर्कुलर) भी जारी कर दिया है. सूत्रों ने मानें तो अरशद की पूर्व जीआरपी कमिश्नर कैसर खालिद से जान पहचान हैं. अरशद को समन भी भेजा गया था लेकिन उसने जवाब नही दिया इस वजह से उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है.
‘भिंडे की कंपनी से खान को मिले थे 1 करोड़ से भी ज्यादा’
क्राइम ब्रांच की ओर से अरशद खान की अग्रिम जमानत याचिका का विरोध करते हुए दिए गए जवाब में बताया गया कि खान को इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी भावेश भिंडे की कंपनी से एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्राप्त हुई थी और उसकी इस होर्डिंग को लगाने में सक्रिय भूमिका थी. SIT ने कोर्ट को यह भी कहा कि उन्हें जांच में पता चला है कि भिंडे की कंपनी द्वारा 84 लाख रुपये 18 अलग-अलग अकाउंट्स में ट्रांसफर किए गए थे और यह राशि बाद में खान ने निकाल ली थी. फिलहाल SIT जांच कर रही है कि खान ने यह पैसे किसे दिए.
‘खान ने भिंडे को कॉन्ट्रेक्ट लेने में की थी मदद’
सेशंस कोर्ट में क्राइम ब्रांच ने पहली बार सुमाना खालिद की कंपनी, महापारा लखनऊ गारमेंट, का नाम लिया है. इसके साथ ही दावा किया है कि अरशद खान इस कंपनी में डिरेक्टर हैं और यह कंपनी फिलहाल जांच के दायरे में है. क्राइम ब्रांच ने यह भी बताया कि खान ने भिंडे को जीआरपी कमिश्नर से कॉन्ट्रेक्ट लेने में मदद की थी. "Ego Media को पता था कि घाटकोपर बीपीसीएल पेट्रोल पंप पर होर्डिंग लगाने के लिए BMC की अनुमति की आवश्यकता है, लेकिन वांटेड आरोपी खान ने भिंडे के साथ साजिश की और गलत तरीके से दावा किया कि जमीन रेलवे की है इसके लिए BMC की अनुमति की आवश्यकता नहीं है. इसके बाद उन्होंने रेलवे कमिश्नर से कॉन्ट्रेक्ट लेने में भिंडे की मदद की.
18 अलग-अलग अकाउंट्स में ट्रांसफर हुए थे रुपये
क्राइम ब्रांच के अनुसार, आरोपी अरशद खान को एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि उस अवधि के दौरान प्राप्त हुई, जब वो होर्डिंग BPCL पेट्रोल पंप पर गिरा और अन्य तीन होर्डिंग्स को जुलाई 2021 से दिसंबर 2023 के बीच इंस्टाल किया गया था. कुल 84 लाख रुपये Ego Media Private Limited और Gujju Adds द्वारा 18 अलग-अलग अकाउंट्स में ट्रांसफर किए गए थे. पुलिस ने सभी के बयान दर्ज किए गए हैं, जिनमें सभी ने दावा किया कि उन्हें ये चेक वांटेड आरोपी खान ने दिए थे. इसके बाद कैश निकालकर वो पैसे उन्होंने खान को वापस कर दिए थे. अधिकारियों ने कहा है कि जांच में पता चला कि जिन-जिन को चेक दिया गया था उनका कंपनी से कोई संबंध नहीं है.
क्राइम ब्रांच ने 14 जून को अरशद खान से की थी पूछताछ
क्राइम ब्रांच ने यह भी कहा कि जब अरशद खान से 14 जून को पूछताछ की गई, तो उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. उसे 29 जुलाई को जांच अधिकारी ने पूछताछ के लिए फिर समन भेजा था, लेकिन वो नही आया. पुलिस उसके घर गई तो वो वहां नही था. उसकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि खान मुंबई से बाहर इलाज करा रहे हैं और अपने परिवार के संपर्क में नहीं हैं. उसका फोन भी बंद है. पुलिस ने कोर्ट में कहा है कि जांच में खान की भूमिका सामने आई है, संभावना है कि देश से भाग सकता है इसलिए उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया जाए.
हादसे में 17 लोगों की गई थी जान
क्राइम ब्रांच ने आरोपी को अग्रिम जमानत देने का विरोध करते हुए कहा कि हम उन पैसों की जांच करना चाहते हैं, जो होर्डिंग गिरने की घटना में शामिल कंपनी से प्राप्त हुआ था, जिसमें 17 निर्दोष लोगों की जान चली गई. क्राइम ब्रांच ने कहा खान ने अज्ञात व्यक्ति को जो कथित रूप से पैसे दिए थे उनकी जांच के लिए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है. खान ने अपने शुरुआती बयान में दावा किया था कि उसे ये पैसे Ego Media को इलेक्ट्रॉनिक और ब्रांडेड सामान देने के लिए मिला था.
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