Mumbai Hoarding Case: कैसी थी मुंबई के घाटकोपर में गिरे होर्डिंग की गुणवत्ता? पुलिस ने कोर्ट में खोले राज
Ghatkopar Hoarding News: मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने कहा कि ईगो मीडिया के 28 होर्डिंग हैं और आरोपी की मासिक आय करोड़ों रुपये है, लेकिन फिर भी जो होर्डिंग गिरा उसका निर्माण घटिया स्तर का था.
Mumbai Police: मुंबई पुलिस ने बुधवार को यहां एक अदालत को बताया कि इस महीने की शुरुआत में शहर के घाटकोपर इलाके में गिरे होर्डिंग की गुणवत्ता ‘घटिया’ थी. पुलिस ने इसी के साथ मामले में मुख्य आरोपी भावेश भिंडे की पुलिस हिरासत एक दिन और बढ़ाने का अनुरोध किया.
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (महानगर दंडाधिकारी) की अदालत ने याचिका स्वीकार करते हुए भिंडे की पुलिस हिरासत गुरूवार तक के लिए बढ़ा दी. ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक भिंडे को 16 मई को राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार किया गया था. मुंबई के घाटकोपर इलाके में 13 मई को धूल भरी आंधी और बेमौसम बारिश के दौरान एक पेट्रोल पंप पर ईगो मीडिया द्वारा लगाया गया विशाल होर्डिंग गिर गया जिसकी चपेट में आने से 17 लोगों की मौत हो गई.
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने हिरासत अवधि बढ़ाने के लिए दाखिल याचिका में कहा कि महानगर क्षेत्र में ईगो मीडिया के 28 होर्डिंग हैं और आरोपी की मासिक आय करोड़ों रुपये है, लेकिन फिर भी जो होर्डिंग गिरा उसका निर्माण घटिया स्तर का था और इसके परिणामस्वरूप 17 निर्दोष लोगों की जान चली गई और 80 से अधिक लोग घायल हो गए. याचिका में कहा गया कि भिंडे ने अपने सहयोगियों के नाम पर स्थापित एक अवैध कंपनी के माध्यम से अन्य स्थानों पर भी अवैध होर्डिंग लगाए हैं और जांचकर्ता उससे ऐसी होर्डिंग की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं क्योंकि वे भी खतरा पैदा कर सकते हैं.
याचिका में कहा गया है कि पूर्व में उसके द्वारा शुरू की गई कुछ कंपनियों को प्राधिकारियों ने काली सूची में डाल दिया था और उनके कुप्रबंधन के कारण उनके ऋण खाते एनपीए में बदल गए. पुलिस ने बताया कि भिंडे लंबे समय से होर्डिंग के कारोबार में था, लेकिन अधिक लाभ कमाने के चक्कर में होर्डिंग की गुणवत्ता में कोताही बरती. उसने कहा कि अभी तक यह जांच नहीं की गई है कि उसने होर्डिंग कारोबार से अर्जित धन को कहां भेजा