Finger in Ice Cream: मुंबई के मलाड में आइसक्रीम में उंगली मिलने के मामले में जांच का सिलसिला जारी है. मलाड पुलिस के अनुसार उंगली कटने वाले ऑपरेटर मैनेजर के ब्लड की जांच रिपोर्ट सामने आई है. जिससे पता चला है कि ऑपरेटर मैनेजर को कोई गंभीर बीमारी नहीं है. मतलब आइसक्रीम में अगर उंगली उसी ऑपरेटर मैनेजर की है तो उसे खाने वालों को अब डरने की जरुरत नहीं है.


डीएनए रिपोर्ट से पता चलेगा उंगली किसकी?
मलाड पुलिस के अनुसार आइसक्रीम में मिली उंगली में ब्लड नहीं होने से मैनेजर की उंगली से मिले ब्लड सैंपल का मिलान नहीं हो सका, इसलिए अब डीएनए रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा की कटी हुई उंगली ऑपरेटर मैनेजर की है. इसके अलावा मालाड पुलिस अब इस घटना में लापरवाही किसकी है इसकी जांच में जुट गई है. 


मलाड पुलिस के अनुसार फॉर्च्यून डेरी वॉलको कंपनी से आइसक्रीम बनवाता है और यम्मो नाम की पैकिंग से आइसक्रीम बेचता है. जहां आइसक्रीम बनता था वहां वालको कंपनी और फॉर्च्यून डेरी दोनों के कर्मचारी एकसाथ काम करते थे. अब पुलिस यह जांच में जुटी है कि घटना के वक्त किसके कर्मचारी की जिम्मेदारी थी. मलाड पुलिस अब अगली कार्रवाई उसी कंपनी के ऊपर करेगी जिसके ऊपर घटना के समय पैकिंग मशीन ऑपरेट करने की जिम्मेदारी थी.


क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मामला 13 जून का है. मुंबई के मलाड इलाके में रहने वाले एक डॉक्टर ने ऑनलाइन आइसक्रीम कोन मंगवाया था. जब वो उस आइसक्रीम को खाने लगे तो उन्हें थोड़ा अजीब महसूस हुआ. डॉक्टर ने गौर से देखा तो उसके अंदर एक इंसान की उंगली दिखाई दी. डॉक्टर ने तुरन्त इसकी सूचना पुलिस को दी. आइसक्रीम के कोन में उंगली मिलने के बाद पुलिस लगातार जांच में जुटी हुई है कि अंगुली किसकी है. उंगली को फोरेंसिक जांच के लिए भी भेजा गया.


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