(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mumbai Local Train: क्या मुंबई पटरी पर लौट आई है? जानिए- लोकल ट्रेनों में रोजाना यात्रियों की संख्या क्यों इस ओर इशारा कर रही हैं
महामारी की शुरुआत के बाद से अब मुंबई की लोकल ट्रेनों में सबसे अधिक भीड़ देखी जा रही है. जानें कितनी बढ़ी है दैनिक यात्रियों की संख्या?
Mumbai Local Train News: महामारी की शुरुआत के बाद से मुंबई लोकल ट्रेनों में सबसे अधिक भीड़ देखी जा रही है. औसत दैनिक यात्रियों की संख्या 60 लाख को पार कर गई है. यह पूर्ण सेवाओं की बहाली के बाद से सबसे अधिक संख्या है. प्री-कोविड राइडरशिप एक दिन में लगभग 80 लाख थी. लगभग दो साल बाद यात्री अब मुंबई की लोकल ट्रेनों में रोजाना सवारी करने लगे हैं.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में सेंट्रल रेलवे की रोजाना औसतन 30.84 लाख यात्री थे. 16 मार्च तक यह 35.89 लाख पहुंच गई है. पश्चिम रेलवे की फरवरी में औसत दैनिक यात्रियों की संख्या 24.78 लाख थीं और 16 मार्च तक यह 27.14 लाख प्रतिदिन है. मार्च 2020 में कोविड -19 के महामारी और राज्य सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद, मुंबई की लोकल ट्रेनों में दैनिक यात्रियों की संख्या लगभग 10-15 लाख या उससे भी कम हो गई.
लॉकडाउन के बाद, सरकारी कर्मचारियों और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों सहित केवल आवश्यक सेवा कर्मचारियों को ही ट्रेनों में चढ़ने की अनुमति दी गई थी. 8 अगस्त, 2021 को, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उन लोगों के लिए 15 अगस्त से ट्रेन सेवाओं को फिर से खोलने की घोषणा की, जिन्हें पूरी तरह से टीका लगाया गया था और दूसरी खुराक लेने के 14 दिन पूरे कर लिए थे.
यात्रियों की संख्या में वृद्धि के बारे में बताते हुए एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई और पड़ोसी शहरों के अधिकांश नागरिकों को अब टीका लगाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि जिन छात्रों का टीकाकरण नहीं हुआ था, उन्हें राज्य द्वारा ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दी गई है. 16 मार्च तक महाराष्ट्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में लगभग 98 प्रतिशत वयस्कों, रायगढ़ में 87 प्रतिशत, ठाणे में 74 प्रतिशत और पालघर में 79 प्रतिशत वयस्कों को टीका लगाया गया है.
अधिकारी ने कहा “मुंबई उपनगरीय ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कोरोना के पहले की तरह हो गई है. भले ही कई कंपनियों द्वारा घर से काम करने का ऑप्शन खुला है. कर्जत कसारा पैसेंजर एसोसिएशन के सदस्य राजेश घनघव ने कहा कि ट्रेनों में भीड़ होने लगी है जैसा कोविड से पहले हुआ करती थी और लोगों ने यात्रा करना शुरू कर दिया है. लोग अपनी आजीविका के लिए घरों से निकल रहे हैं.
संभावना यह भी है कि यात्रियों की संख्या अधिकारियों के रिकॉर्ड से अधिक है क्योंकि हजारों बिना टिकट वाले या एक टीका लेने वाले लोग हैं जो बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं. उन्होंने कहा मांग कि जिन लोगों ने सिर्फ एक खुराक ली है, उन्हें भी यात्रा करने की अनुमति दी जानी चाहिए.
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