लग्जरी घरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव की वैश्विक सूची में मुंबई की रैंक 92 वें से सुधर कर 37वें स्थान पर आ गया है, क्योंकि नाइट फ्रैंक इंडिया के अनुसार, 2022 कैलेंडर वर्ष के दौरान शहर में 6.4 प्रतिशत की तेजी देखी गई. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट नाइट फ्रैंक ने बुधवार को एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में अपनी 'द वेल्थ रिपोर्ट 2023' जारी की. नाइट फ्रैंक ने कहा कि प्राइम इंटरनेशनल रेजिडेंशियल इंडेक्स (PIRI 100) का मूल्य जो दुनिया भर में लक्जरी घर की कीमतों में उतार-चढ़ाव को ट्रैक करता है, 2022 में 5.2 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष बढ़ा है. रिपोर्ट में सलाहकार ने 100 शहरों में प्रमुख संपत्ति मूल्य प्रदर्शन और विश्व स्तर पर स्थानों का विश्लेषण किया है. 2022 में 100 में से 85 स्थानों पर सकारात्मक या स्थिर मूल्य वृद्धि दर्ज की गई.


मुंबई के संपत्ति बाजार में दर्ज की गई 6.4 प्रतिशत की वृद्धि


सलाहकार ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मुंबई के प्रमुख संपत्ति बाजार में 6.4 प्रतिशत की कीमत में वृद्धि देखी गई है, जो 2022 में PIRI 100 पर शहर को 37वें स्थान पर ले गई, जबकि 2021 में यह 92वें स्थान पर था. 2023 में मुंबई में प्रमुख संपत्तियों में 3 प्रतिशत की वृद्धि देखने की उम्मीद है. बेंगलुरु में, प्रमुख संपत्ति की कीमतों में 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे शहर को 2022 में 63 वें स्थान पर 2021 में 91 वें स्थान पर सुधार करने में मदद मिली.


दिल्ली 93 से 77 वें स्थान पर पहुंची,दुबई पहले स्थान पर 


सलाहकार ने कहा कि दिल्ली के प्रमुख संपत्ति बाजार में मूल्य में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 2021 में 93वें स्थान से 77वें स्थान पर पहुंच गया रिपोर्ट के अनुसार, दुबई में प्रमुख आवासीय कीमतों में 2022 में 44.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, नाइट फ्रैंक के PIRI 100 के शीर्ष पर अपनी स्थिति बनाए रखी है और अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (UHNWIs) के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है. इसमें कई वीजा प्रोत्साहनों से सहायता दी गई है.


मोनाको बना हुआ है दुनिया के सबसे महंगा शहर 


अमेरिका के शहर एस्पेन में संपत्ति की कीमतों में 27.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और ये साथ दूसरे स्थान पर है, इसके बाद रियाद (25 प्रतिशत), टोक्यो (22.8 प्रतिशत), मियामी (21.6 प्रतिशत), प्राग (16.3 प्रतिशत), एल्गरवे (15.3 प्रतिशत), बहामास ( 15 प्रतिशत), एथेंस 13 प्रतिशत और पोर्टो (12.7 प्रतिशत). रिपोर्ट के अनुसार, मोनाको ने दुनिया के सबसे महंगे शहर के रूप में अपना शासन जारी रखा है, जहां 2022 में 1 मिलियन अमरीकी डालर आपको 17 वर्ग मीटर जगह मिल सकती है, इसके बाद हांगकांग (21 वर्ग मीटर) और न्यूयॉर्क (33 वर्ग मीटर) है.


8.24 करोड़ में मुंबई मे खरीदी जा सकती है 113 वर्ग मीटर की आवासीय संपत्ति 


रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में तुलनात्मक रूप से, इतने में कोई भी 113 वर्ग मीटर का प्रमुख आवासीय अचल संपत्ति खरीद सकता है, जो 2018 के बाद से शहर को 13 प्रतिशत (डॉलर के संदर्भ में) वहनीय बनाता है. मुंबई दुनिया का 18वां सबसे महंगा प्रमुख आवासीय बाजार है. दिल्ली में इतने में कोई भी 226 वर्ग मीटर प्रमुख आवासीय अचल संपत्ति और बेंगलुरु में 385 वर्ग मीटर की जगह खरीद सकते हैं. यह  2018 के बाद से क्रमशः 12.43 प्रतिशत और 71.87 प्रतिशत की वृद्धि के साथ  है, 


भारतीय आवासीय बाजारों में पिछली कई तिमाहियों से मांग में हुई है वृद्धि


नाइट फ्रैंक इंडिया के सीएमडी शिशिर बैजल ने कहा कि भारतीय आवासीय बाजारों ने पिछली कई तिमाहियों से मांग में वृद्धि दिखाई है, जिससे मूल्यों में वृद्धि हुई है. हम यह भी ध्यान दे रहे हैं कि भारत में प्रमुख आवासीय बाजार में अधिक मूल्य वाली संपत्तियों की बिक्री गति में वृद्धि देखी गई है. मुंबई एपीएसी बाजारों में टोक्यो के बाद दूसरे स्थान पर रहा, जहां मूल्यों में साल-दर-साल 6.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि क्षेत्र के अन्य बाजारों में मूल्यों में गिरावट देखी गई. बैजल ने कहा, कि भारत भी उन कुछ बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जिसने महामारी के बाद की रिकवरी की शुरुआत के बाद से अपनी विकास गति को जारी रखा है, जबकि कई अन्य स्थानों को नई आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. 


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