Mumbai News: 'PFI शहर में दंगे भड़काने की बना रहा योजना', मुंबई के शख्स ने दर्ज कराई झूठी शिकायत, इसके बाद पुलिस ने...
Mumbai Police: मुंबई में 36 वर्षीय व्यक्ति को झूठी शिकायत दर्ज कराने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं. उसने शिकायत दर्ज कराई थी कि (पीएफआई) के सदस्य शहर में दंगे भड़काने की योजना बना रहे हैं.
Maharashtra Police: मुंबई पुलिस ने कथित तौर पर झूठी शिकायत दर्ज कराने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उसने शिकायत दर्ज कराई थी कि प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्य शहर में दंगे भड़काने की योजना बना रहे हैं आरोपी की पहचान 36 वर्षीय अफसर खान के रूप में हुई, जिसे 'एमडी अफसर' के नाम से भी जाना जाता है और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले हैं.
अधिकारी अब मामले के सिलसिले में उसके भाई अख्तर की तलाश कर रहे हैं. जांच तब सामने आई, जब भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन को डाक सेवाओं के माध्यम से शिकायतों की एक श्रृंखला मिली, जिसमें प्रतिबंधित पीएफआई से जुड़े लगभग 19 से 20 व्यक्तियों द्वारा मुंबई के भीतर दंगे या सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की एक भयावह साजिश का आरोप लगाया गया था.
किसके माध्यम से भेजे गए थे पत्र?
इन आरोपों की गंभीरता ने कार्रवाई को प्रेरित किया. भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन से जुड़ी आतंकवाद-रोधी दस्ते की इकाई ने एक व्यापक जांच शुरू की और निर्धारित किया कि सभी पत्र चेंबूर डाकघर के माध्यम से भेजे गए थे.अपनी जांच के दौरान उन्होंने एक किशोर को गिरफ्तार किया, जिसे शिकायतें देने के लिए नियुक्त किया गया था और उसी ने अफसर खान की पहचान का खुलासा किया.
इसके साथ ही, मुंबई क्राइम ब्रांच ने अपनी समानांतर जांच करते हुए अफसर खान को ट्रैक करने और गिरफ्तार करने के लिए तकनीकी निगरानी का उपयोग किया. अब उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (हानिकारक अफवाहें फैलाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत आरोप लगाए गए हैं.
धारा 505 और 506 के तहत आरोप लगाए गए
इसके साथ ही, मुंबई क्राइम ब्रांच ने अपनी समानांतर जांच करते हुए अफसर खान को ट्रैक करने और गिरफ्तार करने के लिए तकनीकी निगरानी का उपयोग किया. अब उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (हानिकारक अफवाहें फैलाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत आरोप लगाए गए हैं. पुलिस की जांच के दौरान एक नाबालिक लड़के के बारे में पता चला.
बताया गया कि यही वो लड़का है जो इन चिट्ठियों को पोस्ट ऑफिस लाया करता था. पुलिस की पुछताछ के दौरान ये पता चला कि ये सारी चिट्ठियां उसे अफसर नाम का शख्स देता था और बदले मे वो उससे पैसे लिया करता था, वहीं दुसरी तरफ मुंबई क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच करते हुए अफसर खान को पकड़ने के लिए टेक्निकल सर्विलांस का इस्तेमाल किया और उसे गिरफ्तार कर लिया.