Arvind Sawant on Dashahra Rally: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बांद्रा कुर्ला में रैली की मंजूरी के बाद अब शिवसेना भी एक्टिव मोड में नजर आ रही है. सोमवार को पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को यहां बांद्रा कुर्ला परिसर (बीकेसी) में रैली करने की मंजूरी मिलने के बाद अब उनके लिए मुंबई के शिवाजी पार्क में अपनी वार्षिक दशहरा रैली की अनुमति प्राप्त करना आसान होगा. शिवसेना के सांसद एवं प्रवक्ता अरविंद सावंत ने  कि शिंदे समूह को बीकेसी के एमएमआरडीए मैदान में रैली करने की अनुमति देते समय ‘‘पहले आओ-पहले पाओ’’ के सिद्धांत को लागू किया गया. मालूम हो कि एमएमआरडीए मैदान पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ से मामूली दूरी पर स्थित है.


BMC ने नहीं लिया निर्णय


प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुटों ने प्रतिष्ठित शिवाजी पार्क में रैली आयोजित करने दावा किया है. दोनों पक्षों ने अगले माह दशहरा के मौके पर वहां रैली करने के लिए अनुमति मांगी है. शिंदे गुट को बीकेसी में रैली के लिए अनुमति मिल गई है, लेकिन बृहन्मुंबई महानगर निगम (बीएमसी) द्वारा अभी तक शिवाजी पार्क मैदान के संबंध में कोई निर्णय नहीं किया गया है.


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हमारे लिए होगा आसान


सावंत ने कहा कि, ‘‘अब हमारे लिए (शिवाजी पार्क में रैली की अनुमति) आसान होगा. उन्हें (शिंदे गुट को) पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर अनुमति मिली है. शिवाजी पार्क के संदर्भ में भी यही सिद्धांत लागू होना चाहिए.’’


शिवसेना के गठन के बाद से ही शिवाजी पार्क में पार्टी द्वारा हर साल वार्षिक दशहरा रैली का आयोजन किया जाता है. इस साल की रैली उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री शिंदे दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी है, क्योंकि दोनों ने ही शिवसेना को लेकर अपने-अपने दावे पेश किए हैं.


साख की लड़ाई


मालूम हो कि पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण यह रैली नहीं हो सकी, लेकिन इस बार स्थिति सामान्य होने के बाद बताया जा रहा है कि सीएम एकनाथ शिंदे दशहरा मैदान में रैली करना चाहते हैं, जिसके लेकर दोनों समूहों में जुबानी जंग देखने को मिल रही है.


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