Mumbai News: बॉम्बे हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है, जिसमें कांदिवली (वेस्ट) में दिवंगत प्रमोद महाजन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के 'व्यावसायिक शोषण' को रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की गई है. इसमें गायक फाल्गुनी पाठक का नवरात्रि के दौरान होने वाला परफॉर्मेंस भी शामिल है. याचिका में राज्य सरकार को खेल के मैदान में ऐसे सभी आयोजनों के लिए जनता को मुफ्त प्रवेश प्रदान करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है.


पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता विनायक यशवंत सनप ने पिछले हफ्ते अधिवक्ता मयूर फारिया के माध्यम से एक जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि संबंधित स्थल को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा विकास योजना में 'खेल का मैदान' के रूप में चिह्नित किया गया है.


इतनी कीमत में बेंचे जा रहे आयोजन के टिकट


याचिका में कहा गया है कि सनप को मीडिया रिपोर्टों और बुकिंग प्लेटफॉर्म से आयोजकों, बिग ट्री एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आवेदन के बारे में पता चला, जिसमें फाल्गुनी पाठक के साथ उक्त खेल के मैदान पर 10 दिनों के लिए नवरात्रि उत्सव की मेजबानी की गई थी और इस आयोजन के लिए टिकट की कीमत 800 से लेकर 4,200 रुपये है. याचिका में कहा गया है कि "खेल का मैदान हमेशा जनता के लिए खुला रहना चाहिए और किसी तीसरे पक्ष द्वारा व्यावसायिक रूप से शोषण नहीं किया जाना चाहिए. यदि इसका उपयोग अपने मूल उद्देश्य के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए किया जाता है और वर्तमान मामले में, यदि इसका उपयोग संगीत कार्यक्रम/नवरात्रि उत्सव के लिए किया जाता है, तो उक्त खेल का मैदान बड़े पैमाने पर और मुफ्त में जनता के लिए खुला रखा जाना चाहिए.”


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याचिकाकर्ता ने कही ये बात


इसमें कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट ने खेल के मैदानों के उपयोग के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित किए थे, हालांकि, उनका पालन नहीं किया जा रहा है और अधिकारियों द्वारा भेदभावपूर्ण तरीके से व्यावसायिक आयोजनों की अनुमति दी जा रही है, जिससे जनता को असुविधा हो रही है.  बकौल द इंडियन एक्सप्रेस, सनप ने कहा कि "उक्त खेल का मैदान तीसरे पक्ष द्वारा आयोजित इस तरह के आयोजनों के दौरान बड़े पैमाने पर जनता के लिए बंद है और ऐसे तीसरे पक्ष, बदले में, बिना किसी पारदर्शिता के जनता की कीमत पर इस तरह के आयोजनों के माध्यम से पैसे कमाते हैं. इसलिए, इसके व्यावसायिक शोषण के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई है.”


उन्होंने आरोप लगाया कि खेल और युवा सेवा (मुंबई डिवीजन) के उप निदेशक "पूरी तरह से पक्षपाती" हैं और उन्होंने बिना किसी सार्वजनिक निविदाओं की नीलामी के आयोजन के लिए खेल का मैदान देकर आयोजकों का पक्ष लिया.


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