MVA के 'जूते मारो' आंदोलन को बीच में रोकने की तैयारी, बिना पुलिस अनुमति के निकाला जाएगा मार्च
MVA Protest: एमवीए मुंबई में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने के विरोध में बिना अनुमति के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक मार्च निकालेगा. पुलिस विरोध को बीच में रोकने की योजना बना रही है.
MVA Protest in Mumbai: शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने के विरोध में महाविकास अघाड़ी मुंबई में बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में है. एमवीए रविवार (एक सितंबर) को मुंबई के हुतात्मा से गेटवे ऑफ इंडिया तक मार्च निकालेगा. हालांकि, इसके लिए पुलिस ने अभी तक अनुमति नहीं दी है. ऐसे में विपक्षी गठबंधन बिना इजाजत ही प्रोटेस्ट करने की तैयारी कर रहा है.
इसको लेकर हुतात्मा चौक पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक हो रही है. बैठक में पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस आयुक्त समेत अन्य अधिकारी शामिल हैं. चर्चा का विषय है कि विपक्ष के इस मार्च को बीच में रोका जाएगा. इसके लिए आंदोलन के तय मार्ग पर हर जगह भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
आंदोलन में शरद पवार और उद्धव भी होंगे
एमवीए के 'जूता मारो आंदोलन' में शिवसेना यूबीटी चीफ उद्धव ठाकरे और एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार भी शामिल हो सकते हैं. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले समेत सभी प्रमुख नेता इस आंदोलन का हिस्सा बनने वाले हैं. इतना ही नहीं, उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के समर्थकों से भी इस आंदोलन में शामिल होने का अनुरोध किया है.
हाई सेक्योरिटी ज़ोन से पहले मार्च रोकने की कोशिश
वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नियमों का उल्लंघन किए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. अब पुलिस कालाघोड़ा तक मार्च को रोकने की तैयारी कर रही है, क्योंकि इसके आगे हाई सेक्योरिटी ज़ोन है. कालाघोड़ा के आगे कोर्ट, म्यूजियम, आरबीआई, नेवी गेट और कई महत्वपूर्ण क्षेत्र मौजूद हैं.
ड्रोन से रखी जाएगी नजर
सुरक्षा के मद्देनजर और हिंसा की आशंका के बीच मुंबई पुलिस अब इस आंदोलन पर ड्रोन के जरिए नजर रखेगी. हुतात्मा से गेटवे ऑफ इंडिया तक चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
पीएम मोदी और सीएम शिंदे मांग चुके हैं माफी
मालूम हो, सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी माफी मांग चुके हैं. उन्होंने शिवाजी महाराज को पूजनीय बताया और कहा कि वे नतमस्तक होकर क्षमा मांगते हैं. हालांकि, विपक्षी गठबंधन एमवीएम इस मामले को शांत नहीं होने देना चाहता. ऐसे में कार्रवाई की मांग करते हुए एमवीए का 'जूता मारो' आंदोलन बिना पुलिस अनुमति के भी निकालने की तैयारी हो गई है.
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