Mumbai News: पूर्व मेयर और उद्धव गुट के नेता दत्ता दलवी की कार में तोड़फोड़, चार अज्ञात लोगों पर FIR, जांच जारी
Datta Dalvi Arrest: मुंबई पुलिस ने चार अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है जिन्होंने शिवसेना (UBT) नेता दत्ता दलवी की कार में तोड़फोड़ की थी. फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है.
Mumbai Police on Datta Dalvi: मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए शिवसेना (यूबीटी) नेता और शहर के पूर्व महापौर दत्ता दलवी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. मुंबई में पुलिस ने पूर्व मेयर और शिवसेना (UBT) नेता दत्ता दलवी की कार में तोड़फोड़ मामले में एक्शन लिया है. विक्रोली पुलिस ने बताया कि कार में तोड़फोड़ करने के आरोप में चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आगे की जांच जारी है.
क्या है पूरा मामला?
एक स्थानीय अदालत ने बाद में उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. आरोपी ने अदालत से जमानत देने का अनुरोध करते हुए दावा किया कि वह बेगुनाह हैं और मामले में उन्हें गलत तरह से फंसाया गया है. उनके आवेदन पर गुरूवार को सुनवाई होगी. अधिकारी के अनुसार, दलवी को बुधवार को भांडुप इलाके से गिरफ्तार किया गया. भांडुप थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि रविवार को उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना द्वारा उपनगर भांडुप में एक सभा आयोजित की गई थी जिसमें दलवी ने कथित तौर पर शिंदे के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बयान दिए.
दलवी पर इन धाराओं में केस दर्ज
इस आधार पर दलवी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस ने गिरफ्तार करके दलवी को उपनगर मुलुंड की एक मजिस्ट्रेटी अदालत में पेश किया और उनकी दो दिन की रिमांड की मांग की. जांचकर्ताओं ने कहा कि इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें हिरासत में रखना जरूरी है. हालांकि दलवी की ओर से वकील संदीप सिंह ने कहा कि रिमांड अर्जी में हिरासत का कोई जायज आधार नहीं बताया गया है और उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता को प्रभावित नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि आरोपी को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना के कारण गिरफ्तार किया गया है. अदालत ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजने से इनकार कर दिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इसके बाद दलवी ने अदालत में जमानत अर्जी दाखिल कर कहा कि उन्हें गलत तरह से फंसाया गया है.