Maharashtra: शिवसेना सांसद संजय राउत का दावा, ED के चार अधिकारियों के खिलाफ जांच कर रही है मुंबई पुलिस
Maharashtra: शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने ED और इसके कुछ अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुंबई पुलिस केंद्रीय एजेंसी के चार अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों की जांच कर रही है.
Maharashtra: शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और इसके कुछ अधिकारियों पर भाजपा के लिए ‘‘एटीएम’’ की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुंबई पुलिस केंद्रीय एजेंसी के चार अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों की जांच कर रही है और उनमें से कुछ जेल जाएंगे.
राउत ने कहा कि ‘‘भ्रष्टाचार’’ और ‘‘जबरन वसूली रैकेट’’ की जांच के लिए मुंबई पुलिस में एक शिकायत दर्ज की गई है. राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस पीएमसी बैंक घोटाले के एक आरोपी राकेश वधावन के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया के व्यापारिक संबंधों की भी जांच कर रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी किसी कंपनी पर ईडी का छापा पड़ा है, उसने जितेंद्र नवलानी से संबंधित कंपनियों को धन हस्तांतरित किया है. राउत ने दावा किया कि नवलानी कई भाजपा नेताओं के करीबी हैं. राउत ने कहा, ‘‘ईडी और उसके कुछ अधिकारी भाजपा के लिए एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) बन गए हैं.’’ शिवसेना नेता ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ कुछ विवरण साझा किए हैं.
ईडी के चार अधिकारियों के खिलाफ जांच कर रही पुलिस
राज्यसभा सांसद ने दावा किया, ‘‘मुंबई पुलिस ईडी के चार अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही है. मुंबई पुलिस इसमें सक्षम है. मेरी बात को नोट कर लें...ईडी के कुछ अधिकारी जेल जाएंगे.’’ राउत ने कहा कि ईडी के एक पूर्व अधिकारी ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और पार्टी के 50 उम्मीदवारों का चुनाव खर्च भी वहन किया. हालांकि राउत ने अपने दावे के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की.
शिवसेना नेता ने आरोप लगाया कि मुंबई में ईडी के अधिकारी और उनके ‘‘एजेंट’’ बिल्डर, डेवलपर्स और कारोबारी घरानों को ‘‘डराने-धमकाने और जबरन वसूली में शामिल हैं. राउत ने ईडी के इन अधिकारियों के नाम या पदनाम का खुलासा नहीं किया. लेकिन उन्होंने कहा कि वह अगले संवाददाता सम्मेलन में नामों का खुलासा करेंगे.
बीजेपी नेताओं के करीबी हैं जितेंद्र नवलानी
नवलानी के बारे में विस्तार से बताते हुए राउत ने कहा कि नवलानी की सात कंपनियां हैं. राउत ने दावा किया, ‘‘जब भी ईडी की जांच हुई, नवलानी की कंपनी को उस कंपनी से पैसा मिला, जिस पर केंद्रीय एजेंसी ने छापा मारा था. कंपनियों के पास कोई कार्यालय नहीं है, कोई कर्मचारी नहीं है.’’ शिवसेना सांसद ने उन कंपनियों की एक सूची भी प्रस्तुत की, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि नवलानी की कंपनियों को धन हस्तांतरित किया गया.
ठाकरे के करीबी नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले सोमैया पर हमला करते हुए राउत ने कहा कि भाजपा नेता और उनके बेटे वधावन बंधुओं के साथ कथित वित्तीय लेनदेन के लिए जेल जाएंगे.
BMC चुनावों से पहले हुई कार्रवाई पर उठे सवाल
राउत ने कहा कि आयकर विभाग की कार्रवाई बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव से पहले की गई है. बीएमसी में ढाई दशकों से अधिक समय से शिवसेना का नियंत्रण है. आर्थिक रूप से यह देश का सबसे धनी नगरीय निकाय है जिसका बजट कई छोटे राज्यों से अधिक है. राउत ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का उद्देश्य उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को अस्थिर करना है. उन्होंने कहा कि एमवीए सरकार के 14 मुख्य लोगों को अब तक केंद्रीय एजेंसियों ने निशाना बनाया है.
यह भी पढ़ें
Maharashtra: देवेंद्र फडणवीस के आरोपों पर बोले गृह मंत्री दिलीप वलसे, सदन में देंगे इसका जवाब