Train Services Intrrupted Due To Rain In Mumbai: मुंबई (Mumbai) में मंगलवार को अचानक हुई भारी बारिश ने ट्रेन सेवाओं को प्रभावित किया है. इसकी वजह से स्थानीय और लंबी दूरी की, दोनों ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. लोको इंजन में खराबी के बाद जहां सीएसएमटी-पुणे डेक्कन क्वीन ट्रेन के समय में बदलाव किया गया, वहीं उपनगरीय ट्रेन सेवाएं भी बाधित रहीं. मध्य रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार, शाम 5.10 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) से निकलने वाली डेक्कन क्वीन (ट्रेन संख्या 12123) को शाम 6.10 बजे प्रस्थान करने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे से सीएसएमटी जा रही ट्रेन को मंगलवार सुबह ठाणे स्टेशन पर रोक लिया गया और बाद में विद्याविहार होते हुए सीएसएमटी ले जाया गया. कई यात्रियों ने प्रीमियम ट्रेन में दो-तीन घंटे से अधिक की देरी की शिकायत की.
लोकल ट्रेनों में हुई 20-25 मिनट की देरी
इस बीच, सभी कॉरिडोर, विशेष रूप से सेंट्रल लाइन पर लोकल ट्रेनों को भारी बारिश के कारण 20-25 मिनट की देरी का सामना करना पड़ा. कुछ ट्रेनों को रद्द या रिशेड्यूल भी किया गया. मुंबई के निचले इलाकों में मंगलवार को मध्यम से तेज बारिश हुई. जलजमाव के कारण मलाड और अंधेरी सबवे वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिए गए. बकौल द इंडियन एक्सप्रेस, शहर में हिंदमाता, महालक्ष्मी और तारदेव जैसे पुराने बाढ़ वाले स्थानों से यातायात को डायवर्ट किया गया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार से बारिश की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी के साथ पूरे मंगलवार को भारी बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है.
अगस्त महीने में अब तक इतनी हुई बारिश
बता दें कि मध्यम से तीव्र बारिश यानी मंगलवार को एक घंटे में 10-30 मिमी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया और लोकल ट्रेनें देरी से चलीं. 1 अगस्त से शहर में हर दिन हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है. 8 अगस्त की रात से 9 अगस्त की सुबह के बीच शहर में इस महीने का पहली भारी बारिश दर्ज की गई. इस महीने कुल 418.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि अगस्त के लिए सामान्य औसत वर्षा 560.8 मिमी है. इस बीच, मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली झीलों में पानी का भंडार 95 प्रतिशत है. कुल जल भंडार भी पिछले दो वर्षों की तुलना में अधिक है. सितंबर के अंत तक, शहर को अगले मानसून तक पूरे साल पानी की कटौती के बिना जाने के लिए कुल पानी का भंडार 14.47 लाख मिलियन लीटर होना चाहिए, वर्तमान जल भंडार 13.81 लाख मिलियन लीटर है.