Uddhav Thackeray on Maharashtra Government: अगले साल महाराष्ट्र में विधानसभा और लोकसभा चुनाव होने हैं. इन चुनावों के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अभी से ही कमर कसनी शुरू कर दी है. इसी पृष्ठभूमि में सभी दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए आक्रामक हो रहे हैं. बारिश से बेहाल मुंबई का जायजा लेने सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद सड़कों पर उतरे थे. हालांकि इस बार उनके दिए एक बयान से सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. सीएम शिंदे की मुंबई यात्रा की अब ठाकरे समूह ने कड़े शब्दों में आलोचना की है.


तीन दिन पहले मुंबई में एक घंटे में 70 मिलीमीटर बारिश हुई थी. इस बारिश के कारण मिलान सबवे, अंधेरी समेत कुछ इलाकों में पानी भर गया. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सोमवार को मिलान सबवे का निरीक्षण करने पहुंचे. 


उद्धव गुट ने आरोप लगाए हुए कहा, “पहली बारिश ने मुंबई की फसल उड़ा दी और शिंदे सरकार के सारे दावे धो दिए. मुंबईकरों को डर है कि अगले दो-तीन महीने तक आसमानी उलझन में उनकी सांसें घुट जाएंगी. हालांकि यह सच है कि शनिवार रात मुंबई में एक घंटे में 70 मिलीमीटर बारिश हुई, लेकिन नालों की सफाई के सरकारी दावे खोखले निकले. शिंदे-फडणवीस सरकार ने वादा किया था कि पानी ओवरफ्लो नहीं होगा और मुंबईकरों को परेशानी नहीं होगी. लेकिन सरकार के ये वादे झूठे थे.”


24 घंटे में 1200 शिकायतें मिली
ठाकरे गुट ने सीएम एकनाथ शिंदे की आलोचना करते हुए पूछा, “अगर मुंबई में 70 मिमी बारिश के कारण यह स्थिति है, तो अगले दो-तीन महीनों में हमारा क्या होगा? ये सवाल मुंबईकरों के मन में है. वास्तव में, शिंदे-फडणवीस सरकार को इस पर सोचना चाहिए कि लोगों को 24 घंटे में 1200 से अधिक शिकायतें क्यों दर्ज करनी पड़ीं.”


उस घोषणा का क्या हुआ?
मुख्यमंत्री ने अपने एक बयान में कहा था, 'जहां पानी ओवरफ्लो हुआ है, वहां के अधिकारियों पर हम कार्रवाई करेंगे और जहां नहीं ओवरफ्लो होगा, वहां के अधिकारियों को हम सम्मानित करेंगे.'


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