Mumbai Sees High Demand Of Corona Testing Kit: पिछले एक महीने में, मुंबई (Mumbai) में कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में छह गुना वृद्धि देखी गई है, लेकिन प्राइवेट लैब्स में टेस्टिंग की मांग पिछली लहरों में देखी गई तुलना में बहुत कम है. ऐसा इसलिए है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग घर पर खुद से की जाने वाली एंटीजन टेस्टिंग (आरएटी) किट से कोरोना की जांच कर रहे हैं. डॉक्टरों को डर है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के पोर्टल पर प्रोटोकॉल के अनुसार रिपोर्ट दर्ज नहीं होने के कारण कई कोविड-19 मामले दर्ज नहीं किए जा रहे हैं.


16 मई को 896 मामलों की तुलना में 16 जून तक, मुंबई में कोरोना के 13,005 सक्रिय मामले थे. वास्तव में, टेस्ट की मांग में अचानक वृद्धि की आशंका के कारण, निजी प्रयोगशालाओं ने अतिरिक्त प्रावधान किए थे. लेकिन इस बार, इस साल जनवरी की तुलना में रोगियों की संख्या में लगभग 50 प्रतिशत की गिरावट आई है, जब शहर में पिछली बार इसी तरह का केसलोड देखा गया था.


इसलिए ज्यादा मरीज चुनते हैं सेल्फ टेस्ट किट


मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ नीलेश शाह ने कहा कि हमने परीक्षण की मांग में कोई वृद्धि नहीं देखी है, हालांकि हमारे प्रयोगशाला परीक्षणों में वर्तमान पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 30 प्रतिशत हो गई है." कृष्णा डायग्नोस्टिक्स के सीओओ-पैथोलॉजी डॉ मनीष दत्तात्रेय कारेकर ने भी कहा कि सकारात्मकता दर 30-40 प्रतिशत तक पहुंच गई है. उच्च सकारात्मकता दर के बावजूद, निजी प्रयोगशालाओं में परीक्षण असामान्य रूप से कम रहा है. तत्काल परिणाम उपलब्धता और निकटतम केमिस्टों के पास आसानी से इसकी पहुंच के कारण, अधिकांश रोगी घर पर उपयोग में आसान आरएटी किट का चयन कर रहे हैं, जो केवल 10 मिनट में परिणाम देते हैं.


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सरकार ने 11 होम टेस्टिंग किट को दी मंजूरी


बता दें कि 12 जून तक, ICMR ने Mylab CoviSelf, CoviFind, PanBio जैसी 11 होम एंटीजन टेस्टिंग किट को मंजूरी दी थी, जिसकी मांग पिछले एक महीने में बढ़ी है. बकौल इंडियन एक्सप्रेस, मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस के निदेशक सुजीत जैन के अनुसार, इसी अवधि में उनके होम टेस्टिंग किट, कोवीसेल्फ की मांग लगभग 30 प्रतिशत बढ़ गई है. जैन ने कहा कि “चूंकि अधिकांश रोगियों में हल्के लक्षण होते हैं, वे निदान के लिए किट का चयन कर रहे हैं. समय के साथ, लोगों में किट की दक्षता के बारे में विश्वास बढ़ा है, जिसने इसके उपयोग को भी बढ़ावा दिया है.” ऑल फूड एंड ड्रग लाइसेंस होल्डर फाउंडेशन (AFDLHF) के अध्यक्ष अभय पांडे ने कहा, “किटों की खरीद में 20-35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. कई ग्राहक इसे पूरे परिवार के लिए खरीद रहे हैं.”


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