Mumbai Weather Forecast: ऐसे में जब पूरा भारत गर्मी की तपिश से झुलस रहा है, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई ने तापमान वृद्धि के मामले में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. मार्च महीने में मुंबई का तापमान दो बार 40 डिग्री सेल्सियस के पार गया. बीएमसी द्वारा बनाए गए 60 स्वचालित  मौसम स्टेशनों  (एडब्ल्यूएस) के आंकड़ों के अनुसार 16 मार्च को भांडुप में पारा 40,8 डिग्री जबकि 17 मार्च को यह फिर से भांडुप के एस वार्ड में 40.4 डिग्री पर पहुंचा. इसी समय आईएमडी की तरफ से मुंबई के लिए भीषण लू की चेतावनी जारी की गई थी. हालांकि, मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि एडब्ल्यूएस को डेटा को केवल 1 किमी के दायरे के तापमान के तौर पर माना जा सकता है.


बढ़ते तापमान पर मौसम वैज्ञानिकों ने जताई चिंता


विशेषज्ञों ने बढ़ते तापमान पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक तटीय शहर होने के कारण मुंबई का तापमान 40 से कम ही रहता है, क्योंकि अरब सागर से आने वाली हवाएं थर्मोस्टेट का काम करती हैं, जिससे अधिकतम तापमान लगभग 36-38 डिग्री तक ही सीमित रहता है. मौसम के जानकार और शौकिया मौसम भविष्यवक्ता अभिजीत मोदक, जो कोंकण वेदर नाम से एक ब्लॉग भी चलाते हैं, ने कहा कि मार्च ऐसा महीना है जब उत्तर/उत्तर पूर्व की शुष्क भूमि से तेज हवा चलती है, जिसकी वजह से तापमान 40 डिग्री तक जा सकता है क्योंकि एंटी साइक्लोन से दक्षिणावर्त हवाएं समुद्री हवा को दबा सकती हैं जिससे तापमान में वृद्धि हो सकती है. हालांकि अप्रैल और मई के महीने में मुंबई में ना तो हीटवेव की चेतावनी जारी हुई और न ही तापमान में तेज बढ़ोत्तरी देखी गई.


बढ़ते तापमान के लिए ये कारण जिम्मेदार


हीटवेव और उनके प्रभाव को समझने के लिए हाल ही में हुए एक अध्ययन को लेकर  भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम), पुणे के एक जलवायु वैज्ञानिक रॉक्सी मैथ्यू कोल ने कहा कि इस तहर के मौसम के लिए जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार है. उन्होंने कहा की शहर में बड़े पैमाने पर हो रहे बुनियादी ढांचे का विकास इस तरह के मौसम के लिए जिम्मेदार है. हमें ऐसे समाधानों को खोजना होगा तो भविष्य में गर्मी को सीमित रखें.


कब जारी होती है हीटवेव की चेतावनी


वहीं राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र (आईएमडी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक  डॉ. आर के जेनामणि ने कहा कि हीटवेव में वृद्धि साफ नजर आ रही है. साल 2020 में एक बार हीटवेव आई थी, 2021 में एक भी बार हीटवेव नहीं आई जबकि  2022 में हीटवेव के कई दौर देखे हैं. वहीं मौसम ब्यूरो का कहना है कि हीटवेव की चेतावनी तब जारी की जाती है जब किसी तटीय क्षेत्र का तापमान 37 डिग्री और सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री तक पहुंच जाता है. यदि तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री ज्यादा हो जाता है तो गंभीर हीटवेव की चेतावनी जारी की जाती है.  


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