Mumbai News: मुंबई (Mumbai) में पॉक्सो की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को एक 23 वर्षीय व्यक्ति को उसके पड़ोस के 15 वर्षीय लड़के के साथ कई वर्षों तक बार-बार यौन उत्पीड़न करने के लिए दोषी ठहराया है. जिसके बाद उसे 10 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है. अदालत को बताया गया कि लड़का अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) से पीड़ित है. अदालत ने कहा कि मुआवजे के लिए मामले की अनुशंसा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) से की गई थी. जहां आरोपी पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
ऐसे खुला मामला
विशेष लोक अभियोजक (Special Public Prosecutor) वीना शेलार ने गवाहों से पूछताछ की गई, जिसमें वो पीड़ित लड़का भी शामिल है. लड़के ने बताया कि 2019 में जब वह करीब 12 साल का था, तो उसके पड़ोसी ने उससे पैसे की मांग की. इसलिए उसने अपनी मां के पैसे के डिब्बे से 100 रुपये ले लिए. हालांकि, वो पकड़ गया. लड़के ने कहा कि काफी पूछताछ किए जाने के बाद उसने बताया कि पड़ोसी उससे पैसे की मांग कर रहा था, क्योंकि वो उसका रहस्य जानता था कि आरोपी उसके साथ बुरा काम करता था. लड़के ने अपनी मां से कहा कि आरोपी उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार करता था और उसे ओरल सेक्स करने के लिए मजबूर करता था. लड़के ने बताया कि ये तब शुरू हुआ जब वह लगभग 5-6 साल का था.
डरा-धमकार करता था गलत काम
लड़के ने कहा कि आरोपी उसे डराता था कि अगर उसने ये बात किसी को भी बताई तो उसकी मां की बदनामी होगी और वो उसे घर से निकाल देगी. उसने बताया कि आरोपी तब उसके साथ यौन शोषण करता था जब उसकी मां काम में व्यस्त रहती थीं. लड़के ने कहा कि आरोपी उसे अपनी बहन को खेलने के लिए बाहर भेजने के लिए भी कहता था. ऐसा न करने पर वो उसे सब कुछ बता देने की धमकी देता था. लड़के ने कहा कि बाद में वो अपने माता-पिता के साथ थाने चला गया.