मुंबई यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव में आदित्य ठाकरे का जलवा! युवा सेना ने ABVP को किया पस्त
Mumbai University Senate Election: मुंबई यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव में आदित्य ठाकरे की युवा सेना ने 10 की 10 सीटें जीत ली हैं. सीनेट के कुल 10 सीटो में 5 सीट रिज़र्व हैं.
Mumbai University Senate Election Result: मुंबई यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव के नतीजे आ गए हैं. शिवसेना (UBT) की छात्र इकाई युवा सेना ने 10 की 10 सीटों पर जीत हासिल कर ली है. इस जीत को युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे के 'दबदबे' के तौर पर देखा जा रहा है. सीनेट के कुल 10 सीटो में 5 सीट रिज़र्व है, जबकि 5 ओपन है.
आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में युवा सेना ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया. पिछले चुनाव की तरह इस बार भी युवा सेना ने सीनेट पर अपना दबदबा कायम रखा है.
विजयी उम्मीदवार
मयूर पांचाल - युवासेना - 5350 वोट, ओबीसी वर्ग
शीतल देवरुखकर सेठ - 5498 वोट - एससी वर्ग
डॉ. धनराज कोहचड़े- 5247 वोट- एसटी वर्ग
स्नेहा गवली- महिला
शशिकांत ज़ोरे - एनटी कैटेगरी
5 रिजर्व सीटों पर उम्मीदवारों के लिए वोट
महिला वर्ग
युवासेना स्नेहा गवली- महिला- 5914 वोट
एबीवीपी-रेणुका ठाकुर-893
एससी वर्ग
युवा सेना - शीतल शेठ देवरुखकर - 5489
एबीवीपी - राजेंद्र साइगांवकर - 1014
ओबीसी वर्ग
युवसेना मयूर पांचाल - 5350
एबीवीपी राकेश भुजबल - 888
एसटी वर्ग
युवा सेना धनराज कोचड़े - 5247
एबीवीपी - निशा सावरा - 924
एनटी श्रेणी
युवासेना शशिकांत झोर - 5170
एबीवीपी-अजिंक्य जाधव-1066
सीनेट चुनाव में कुल 28 उम्मीदवार
मतपत्रों की जांच और मतपत्रों के वैध-अमान्य होने के बाद वरीयता संख्या के अनुसार मतों की गिनती शुरू हुई. इस बार 7200 में से 6684 मतपत्र वैध थे. ओपन कैटेगरी के लिए आम तौर पर 1114 वोटों का कोटा तय किया गया था. सीनेट चुनाव में आदित्य ठाकरे की युवा सेना ने दस सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. बीजेपी के नेतृत्व वाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी 10 उम्मीदवारों को नामांकित किया. इस चुनाव में आठ अन्य उम्मीदवारों समेत कुल 28 उम्मीदवार मैदान में थे.
हाईकोर्ट का चुनाव पर रोक लगाने से इनकार
बॉम्बे हाई कोर्ट ने सीनेट चुनाव में वोटों की गिनती पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. फर्जी पोलिंग एजेंट मामले में हाईकोर्ट ने यूनिवर्सिटी प्रशासन और संबंधित प्रत्याशी को नोटिस जारी किया. हाई कोर्ट ने कहा है कि एक ही जगह पर भ्रम की स्थिति के कारण पूरी चुनाव प्रक्रिया को निलंबित नहीं किया जा सकता है. एबीवीपी की ओर से बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई फिलहाल टल गई.
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