Maharashtra: मुंबई में सीवेज की सफाई के दौरान चार लोगों की मौत पर NHRC का एक्शन, महाराष्ट्र सरकार से मांगा जवाब
Maharashtra News: एनएचआरसी ने विरार के एक रिहायशी क्षेत्र में एक निजी मलजल शोधन संयंत्र की सफाई के दौरान जहरीली गैसों के कारण दम घुटने से चार लोगों की हुई मौत की खबर का स्वत: संज्ञान लिया है.
Maharashtra Latest News: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने मुंबई में कथित रूप से सुरक्षा उपकरण के बिना मलजल शोधन संयंत्र की सफाई करने के दौरान हुई चार लोगों की मौत को लेकर महाराष्ट्र सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को नोटिस भेजा है. आयोग ने शनिवार को एक बयान में कहा कि उसने चार सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है, जिसमें खतरनाक सफाई के बारे में सुप्रीम कोर्ट और एनएचआरसी की ओर से क्रमश: जारी किये गये दिशानिर्देश के साथ ही परामर्श के क्रियान्वयन की स्थिति का ब्योरा देने को कहा गया है.
आयोग ने कहा कि एनएचआरसी ने ‘‘विरार के एक रिहायशी क्षेत्र में एक निजी मलजल शोधन संयंत्र की सफाई के दौरान जहरीली गैसों के कारण दम घुटने से चार लोगों की हुई मौत की खबर का स्वत: संज्ञान लिया है.’’ आयोग के मुताबिक, प्राथमिक जांच से खुलासा हुआ है कि वसई क्षेत्र के रहने वाले ये सभी श्रमिक ‘‘बिना किसी सुरक्षा उपकरण के मलजल संयंत्र में गये थे.’’ आयोग ने कहा कि यदि यह खबर सच है, तो यह मानवाधिकार का उल्लंघन है.
'बिना सुरक्षा एहतियात के काम को करने के लिए भेजा गया था'
बयान में कहा गया है, 'इस मामले में ठेकेदार की ओर से लापरवाही स्पष्ट है कि पीड़ितों को कानून और निर्धारित मानदंडों के साथ-साथ एनएचआरसी की सलाह का उल्लंघन करते हुए बिना किसी सुरक्षा एहतियात के ऐसे खतरनाक काम को करने के लिए भेजा गया था.' उसने कहा कि बिना सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक सफाई के खतरों के बारे में आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाना राज्य प्रशासन का दायित्व है.
आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर उनसे विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. उसने कहा कि इस रिपोर्ट में दोषियों के खिलाफ की गयी कार्रवाई, मृतकों के परिवारों को दिये गए मुआवजे आदि का विवरण देने को कहा गया है. सूचना के अनुसार, 10 अप्रैल को यह घटना घटी थी.
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