Maharashtra News: महाराष्ट्र में साल के अंत से पहले होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) के घटक दलों के बीच बैठकों का दौर शुरू हो गया है. इसी क्रम में उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में गठबंधन सहयोगियों से मुलाकात की तो वहीं अब गठबंधन यह कोशिश कर रहा है कि एक साझा मैनिफेस्टो और ज्वाइंट वॉर रूम बनाया जाए.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक शरद पवार की एनसीपी, उद्धव गुट की शिवसेना और कांग्रेस चाहती है कि तीनों के बीच में सीट साझेदारी सहजता के साथ हो. स्थानीय संगठनात्मक बाध्यताएं सीट साझेदारी के बीच ना आएं. बता दें कि शिवसेना-यूबीटी यह मानकर चल रही है कि अगर एमवीए की सरकार बनती है तो उद्धव ठाकरे सीएम का चेहरा होंगे. हालांकि शरद पवार ने अभी ऐसा कुछ नहीं कहा है.


उद्धव ठाकरे ने बुधवार को दिल्ली दौरे पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की जबकि वह इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगी दलों के नेताओं से भी मिले. यह माना जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक में सीट साझेदारी पर चर्चा हुई. हालांकि अभी उनकी सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं हुई है. 


उधर, उद्धव गुट के लिए आसान नहीं होगा ज्यादा सीट पाना
लोकसभा चुनाव में उद्धव की पार्टी को सीट शेयरिंग में सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं लेकिन उनकी सबसे ज्यादा सीट कांग्रेस ने जीती थी. उद्धव गुट एनसीपी और कांग्रेस से ज्यादा सीटों की उम्मीद कर रहा है लेकिन उसका यह भी मानना है कि इस बार सौदा करना इतना आसान भी नहीं होगा.


कौन होगा एमवीए का सीएम चेहरा?
माना जाता है कि सीट साझेदारी पर उद्धव ठाकरे की कांग्रेस नेतृत्व से विस्तृत चर्चा हुई है.  वहीं, सीएम के चेहरे को लेकर उद्धव ठाकरे ने मीडिया से कहा, ''महाराष्ट्र के किसान और युवा अवसरवादी महायुति गठबंधन से तंग आ गए हैं. 13 करोड़ जनता बदलाव की उम्मीद कर रही है. अगर मेरे सहयोगियों को लगता है कि मैंने अच्छा काम किया है तो उनसे पूछिए कि क्या वे मुझे सीएम बनाना चाहते हैं.''


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