(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra: MVA के विधायकों ने किसानों के मुद्दे और LPG सिलेंडर के दाम में वृद्धि को लेकर राज्य सरकार को घेरा, जताया विरोध
Maharashtra Onion Price: MVA के विधायकों ने आज किसान के मुद्दों और घरेलू और वाणिज्यिक LPG सिलेंडरों की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है.
Maharashtra Assembly Session: महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के विधायकों ने किसानों के मुद्दे, एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी और अन्य मुद्दों पर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. प्याज की कीमतों में गिरावट से किसानों को हुए नुकसान का असर मंगलवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में देखा गया. इस मामले में मांग की गई है कि राज्य सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए और किसानों की मदद करनी चाहिए और 'नेफेड' के माध्यम से प्याज के निर्यात और खरीद की अनुमति देनी चाहिए. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में आश्वासन दिया कि सरकार प्याज उत्पादक किसानों के साथ है और जरूरत पड़ने पर मदद की घोषणा भी करेगी.
बनाई गई समिति
इस मुद्दे पर विपक्ष के आक्रामक रुख के बीच राज्य सरकार ने भी इस पर ध्यान दिया और प्याज की कीमतों में गिरावट के कारणों का पता लगाने के लिए एक समिति बनाने का फैसला किया. प्याज के किसान पिछले कुछ दिनों से विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और बाजारों को बंद कर दिया है.
महा विकास आघाड़ी के सदस्यों ने प्याज और रुई की माला पहनकर विधान भवन की सीढ़ियों पर विरोध जताया. विपक्ष ने प्याज उत्पादकों और कपास किसानों को सरकार से न्याय नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की. उसके बाद विपक्ष ने विधानसभा में प्याज का मुद्दा उठाया और काम रोकने की कोशिश की. प्रदेश में प्याज, कपास, सोयाबीन, चना, अंगूर के किसान संकट में हैं.
महाराष्ट्र के किसान परेशान
उनकी कृषि उपज औने-पौने दामों पर बिक रही है. इसलिए विपक्ष के नेता अजीत पवार ने मांग की कि सरकार को किसानों के मुद्दे पर तत्काल चर्चा करनी चाहिए. पवार ने यह भी मांग की कि सरकार को प्याज के मुद्दे पर तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और 'नाफेड' जैसे संगठनों को प्याज खरीदने और इस मुद्दे को हल करने के लिए केंद्र सरकार के साथ समन्वय करने का निर्देश देना चाहिए. केंद्र सरकार के धरसौदी के रुख से विदेशी व्यापारी प्याज खरीदने को तैयार नहीं हैं. इसलिए छगन भुजबल ने मांग की कि केंद्र सरकार को प्याज के निर्यात की अनुमति देनी चाहिए.
सरकार किसानों और प्याज उत्पादकों के साथ मजबूती से खड़ी है और 'नेफेड' से प्याज खरीदना शुरू कर दिया है. साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किसानों को आवश्यकतानुसार मदद करने का आश्वासन दिया. नेफेड से अतिरिक्त प्याज खरीदने का अनुरोध किया गया है और खरीद केंद्र खोले गए हैं. अब तक 2.38 लाख मीट्रिक टन प्याज की खरीद हो चुकी है. बंद क्रय केंद्रों को फिर से खोला जाएगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्याज के निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं है.
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