Varsha Gaikwad Statement: कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुंबई दौरे के दौरान प्रस्तावित उनके विरोध-प्रदर्शन से पहले पुलिस ने उन्हें और उनकी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.


पीएम मोदी के दौरे के खिलाफ प्रदर्शन
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक, मोदी का शुक्रवार को शहर में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 को संबोधित करने और पालघर में लगभग 76,000 करोड़ रुपये की लागत वाली वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखने का कार्यक्रम है.


गायकवाड़ ने कहा, “पुलिस सुबह सात बजे से ही मेरे आवास पर है. वे (पुलिसकर्मी) मुझे दो कदम भी चलने नहीं दे रहे हैं. अगर (प्रधानमंत्री से) माफी मांगने के लिए कहना या शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन करना अपराध है, तो मैं क्या कह सकती हूं. अगर देश के प्रधानमंत्री से सवाल नहीं पूछे जा सकते, तो हम अपने सवाल किसके सामने उठाएं.”


कांग्रेस की मुंबई इकाई ने प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान विरोध-प्रदर्शन की योजना बनाई थी. मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष गायकवाड़ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हमें छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए, महाराष्ट्र के गौरव के लिए आवाज उठाने के वास्ते हिरासत में लिया गया है. लेकिन हम विचलित नहीं होंगे. प्रधानमंत्री को हमारे आदर्श के अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए.”


कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी को सिंधुदुर्ग जिले में स्थित राजकोट किले में इस हफ्ते की शुरुआत में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने की घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. मोदी ने पिछले साल इस प्रतिमा का अनावरण किया था. एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के मुंबई दौरे के दौरान किसी भी तरह के विरोध-प्रदर्शन से बचने के लिए एहतियात के तौर पर कई कांग्रेस नेताओं के घरों के बाहर पुलिस की उपस्थिति बढ़ा दी गई है.


एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं और उनके समर्थकों को एहतियातन हिरासत में भी लिया गया है. अधिकारी के अनुसार, गायकवाड़ के अलावा पुलिस दल उनकी पार्टी के सहयोगी नसीम खान के साकीनाका इलाके में जरी मारी स्थित आवास पर भी गए.


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