Nagpur Rain News: महाराष्ट्र के नागपुर में शनिवार को भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के बाद रविवार को राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी रहा. बारिश और बाढ़ की वजह से यहां कम से कम 10 हजार घरों में पानी घुस गया था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. नागपुर में बारिश और बाढ़ के कारण चार लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 400 लोगों को बाढ़ वाले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.


चार लोगों की हो चुकी है मौत
हताहतों में 53 वर्षीय महिला संध्या ढोरे भी शामिल थीं, जो अपने कमरे में डूब गईं. एक बचाव दल को कल सुबह उनका शव मिला था. मिली जानकारी के अनुसार, “कमरे में पानी का स्तर बढ़ने के बाद संध्या धोरे डूब गईं. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार सुबह स्थिति का जायजा लिया और विदर्भ के सबसे बड़े शहर में प्रभावित परिवारों के घरों का दौरा किया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “लगभग 10,000 घर प्रभावित हुए हैं. घरों में कीचड़ घुस गया है. प्रशासन दवाएं उपलब्ध करा रहा है और बाढ़ प्रभावित इलाकों की सफाई में मदद कर रहा है. क्षति का स्तर गंभीर है.”






मुआवजे की घोषणा
फडणवीस ने शहर के सबसे बड़े जलस्रोत अंबाझारी झील के आसपास के इलाकों का भी दौरा किया. उन्होंने कहा, “नाग नदी की सुरक्षात्मक दीवार और अन्य संरचनाओं का पुनर्निर्माण करना होगा. राज्य सरकार अंबाझरी झील के ओवरफ्लो होने पर होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कुछ बुनियादी ढांचे की भी योजना बनाएगी.” इसके अलावा, उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजन के लिए 4 लाख रुपये मुआवजे की भी घोषणा की है.




फडणवीस और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर नगर निगम में स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार देर रात एक समीक्षा बैठक भी की, जिसके बाद डिप्टी सीएम ने बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे की घोषणा की.




फडणवीस ने बाढ़ पीड़ितों के लिए 10,000 रुपये की आपातकालीन सहायता की घोषणा की है. जिन लोगों की दुकानों को नुकसान हुआ है उन्हें 5 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा, और टपरी (सड़क के किनारे छोटे प्रतिष्ठान) चलाने वालों को 10,000 रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा.


ये भी पढ़ें: Raigarh landslide: महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन की चपेट में आने के दो माह बाद भी क्यों दहशत के साये में जी रहे हैं लोग?