Protest At Deekshabhumi In Nagpur: महाराष्ट्र के नागपुर में बवाल खड़ा हो गया है. यहां पवित्र दीक्षाभूमि ग्राउंड पर बन रहे अंडर ग्राउंड पार्किंग का जबरदस्त विरोध हो रहा है. बौद्ध धर्म को मानने वाले और उनके हजारों अनुयायी सोमवार (1 जून) को अचानक से ग्राउंड पर पहुंचे और तोड़-फोड़ शुरू कर दी गई. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की है. तोड़फोड़ के बाद सारे सामानों और लकड़ियों को इकट्ठा कर आग लगा दी. 


फिलहाल इस परियोजना को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है. डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, ''स्मारक समिति द्वारा बनाई गई योजना के अनुसार भूमिगत पार्किंग के निर्माण के लिए राज्य सरकार की ओर से 200 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे. हालांकि, जनभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने इसे स्थगित करने का फैसला किया है. एक बैठक की जाएगी और सभी की राय पर विचार करने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा.''




दीक्षाभूमि ग्राउंड पर कंस्ट्रक्शन का काम रोका गया


दीक्षाभूमि समिति ने लिखित रूप से अश्वासन दिया है कि Underground Parking तत्काल बंद कर रहे है. दीक्षाभूमि ट्रस्ट के सचिव राजेंद्र गवई ने इस बारे में जानकारी दी है. नागपुर में दीक्षाभूमि ग्राउंड पर जो कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था, उसे रोक दिया गया है. बौद्ध धर्म के अनुयायियों का ऐसा कहना है कि ट्रस्ट यहां पर पार्किंग बना रहा है, जो सही नहीं है.


दीक्षाभूमि वह स्थान है, जहां पर 1956 में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी, विजयादशमी के दिन लाखों बौद्ध अनुयायी, देश-विदेश से यहां पर पहुंचते हैं. दरअसल, दीक्षाभूमि ट्रस्ट यहां पर अंडरग्राउंड पार्किंग बना रहा है, जिसका जबरदस्त तरीके से विरोध किया जा रहा है. पुलिस मौके पर पहुंची चारों तरफ से घेराबंदी कर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही.


विपक्षी पार्टी के नेता इस अंडर ग्राउंड पार्किंग का लगातार विरोध कर रहे है, जिसमें प्रकाश आंबेडकर सबसे आगे हैं.फिलहाल ग्राउंड पर अभी भी भारी भीड़ है और आगजनी और तोड़फोड़ के निशान दिख रहे है. बड़ी संख्या मे पुलिस बल तैनात है.


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