Nagpur University Election Result Winner List: नागपुर यूनिवर्सिटी के चुनाव परिणाव MVA के लिए चौंकाने वाले हैं. आरक्षित श्रेणी की सभी पांच सीटों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के उम्मीदवारों ने शानदार जीत दर्ज की है, जबकि ओपन सीटों पर भी चार उम्मीदवार आगे चल रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि MVA का प्रत्याशी जीत के करीब भी नहीं पहुंच सका है. स्नातक के दस पदों पर 51 अभ्यर्थी मैदान में थे. आरक्षित सीटों पर अभियान के फुलेकर प्रथमेश सच्चिदानंद (अनुसूचित जाति), फुदके सुनील रामदास, शेरम दिनेश अंबादास (अनुसूचित जनजाति), तुर्के वामन देवराव (छूट जाति), खोलकर रोशनी राहुल (महिला आरक्षित) ने जीत हासिल की.


ओपन कैटेगरी से कौन जीते?
वहीं ओपन कैटेगरी से वसंत चुटे, अजय चव्हाण, विष्णु चांगदे, मनीष वंजारी आगे चल रहे हैं. इस समय, यह उम्मीद की जा रही थी कि ताईवाडे, वंजारी और अन्य संगठन एक साथ आएंगे और एबीवीपी (ABVP) को चुनौती देंगे.


कहां कितना हुआ मतदान?
हालांकि इस बार 60,000 से अधिक मतदाताओं की रिकॉर्ड संख्या दर्ज की गई थी, लेकिन 10 पंजीकृत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए नागपुर विश्वविद्यालय के सीनेट चुनाव के दौरान कई अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके. चार जिलों में फैले 102 मतदान केंद्रों में सिर्फ 22 फीसदी से अधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया था. इससे पहले, फरवरी 2018 में निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के समय 41 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. इससे पहले, इन चुनावों में मतदान प्रतिशत 40 से 45 फीसदी के बीच रहा है.


लगे ये आरोप
2018 में, पिछले चुनाव में कुल 7,137 वोट डाले गए, जिसमें 17,340 पंजीकृत थे. इस बार 10 उम्मीदवारों के लिए करीब 13,500 वोट पड़े. वर्धा जिला 26 फीसदी के साथ शीर्ष पर रहा जबकि नागपुर में 23 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों में 25 फीसदी दर्ज किया गया. कई निर्वाचित प्रतिनिधि अपने-अपने उम्मीदवारों के समर्थन में सामने आए. नाराज मतदाताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें दूर-दराज के स्थानों और यहां तक कि जिले के बाहर भी मतदान केंद्र आवंटित किए गए.


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