Nagpur Violence News Today: महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को ध्वस्त करने की मांग को लेकर वीएचपी और बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन सोमवार (17 मार्च) दोपहर बाद हिंसक घटना में तब्दील हो गई. नागपुर में हिंसक घटनाएं उस समय शुरू हुईं, जब नागपुर के गणेशपेठ, महल और गांधी बाग इलाकों में तनाव फैल गया. 


कई इलाकों में हिंसक घटना के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए.  इस बाद पुलिस ने नागपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया.






किन-किन क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू?


नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर कुमार सिंगल के मुताबिक नागपुर शहर में हिंसक घटना के बाद  कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. सभी से शांति बनाए रखने की पुलिस ने अपील की है. किसी को भी नियमों के उल्लंघन की इजाजत नहीं है. 
 
5 ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक


भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 लागू कर दिया गया है. इस धारा के तहत शहर के पुलिस जोन 3, पुलिस जोन 4 और पुलिस जोन 5 में संचार बंदी लागू है. मेडिकल इमरजेंसी सेवा को छोड़कर 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर पूरी तरह से रोक है. 


क्या है पूरा मामला?


बता दें कि महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के सांसद अबू आजमी द्वारा मुगल सम्राट औरंगजेब को महान बताने के बाद से इस मसले को लेकर विवाद जारी है. इस मसले पर सोमवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने पुणे, कोल्हापुर, नासिक, मालेगांव, नागपुर, अहिल्यानगर सहित राज्य के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें छत्रपति संभाजीनगर के खुल्दाबाद से औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की गई.


फिलहाल, इस मसले को लेकर महाराष्ट्र के सियासी दलों के बीच भी राय अलग-अलग है. 


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