Nana Patole on Congress President Post: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद से ही यह सवाल उठने लगा था कि क्या प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं? इसी बीच नाना पटोले ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर ईमेल किया और ये अनुरोध किया था कि उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए. उन्होंने महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की थी. 


ऐसे में ये कयास लगाए जाने लगे कि नाना पटोले पद या पार्टी छोड़ सकते हैं. इसको लेकर अब कांग्रेस नेता ने खुद बयान दिया है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है. हमारी पार्टी का एक सिस्टम है और हम उसी सिस्टम पर काम करते हैं. पार्टी का आलाकमान की अंतिम फैसला लेगा."


महायुति की जीत पर फिर व्यक्त किया संदेह
नाना पटोले ने आगे कहा कि फिलहाल उनकी लड़ाई महाराष्ट्र में हुए हालिया चुनाव को लेकर है. उन्होंने कहा, "यहां लोगों की भावना है कि उनके वोट से ये सरकार नहीं बनी है. महाराष्ट्र की जनता बैलेट पेपर से चुनाव की मांग कर रही है. गांव के लोग आवाज उठा रहे हैं. मारकंडवाड़ी के लोगों ने देश को ही नहीं बल्कि दुनिया को बड़ा मैसेज दिया है. जनता का कहना है कि ये सरकार उनके वोटों से नहीं आई है. ये सरकार मशीन से आई है, ये सिद्ध हो गया है."






परभणी हिंसा का किया जिक्र
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा, "परभणी में जो कांड हुआ है. दलितों पर अत्याचार किया गया है. बाबासाहेब आंबेडकर के प्रतिमा और उनके संविधान का अपमान करने वालों को पकड़ने की जगह ये मांग करने वाले लोगों को लोहे की रॉड से मारा गया है. उनमें से कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं. आसपास पुलिस फोर्स तैनात की गई है."


ऐसे में उन्होंने सवाल उठाया, "क्या महाराष्ट्र की जनता ने राज्य में तानाशाह की सरकार बनानी चाही थी? जनता की भावनाओं की कद्र न करते हुए जनता पर ही हमलावर होने वाली सरकार चाही थी? इसका मतलब ये है कि ये जनता की पसंद की सरकार नहीं है. ये ईवीएम की सरकार है और यह सच साबित होता दिख रहा है. इसका विरोध हम करेंगे और विधानसभा के अधिवेशन में परभणी की आवाज उठाएंगे."


कांग्रेस को मिली थीं केवल 16 सीटें
जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस ने इस बार 101 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल 16 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी. इस बार कांग्रेस के सीनियर नेता भी अपनी विधायकी बचाने में कामयाब नहीं हुए. महाराष्ट्र में यह हार कांग्रेस की अब तक की सबसे बड़ी हार है. नाना पटोले खुद भंडारा जिले में सकोली विधानसभा सीट पर केवल 208 वोटों से जीत पा सके.


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