महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोले ने साफ किया कि उन्होंने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. दरअसल, मीडिया में उनके इस्तीफे की खबर फैल गई. इस पर उन्होंने तस्वीर साफ कर दी है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है. 


नाना पटोले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात करने पहुंचे थे. मीडिया ने उनसे जब इस्तीफे को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, "मैं तो अभी अध्यक्ष जी से मिलने जा रहा हूं, मैंने तो कोई इस्तीफा दिया ही नहीं है. किसने बताया आपको?"






नाना पटोले सकोली सीट से चुनाव जीते हैं. हालांकि उनकी जीत का अंतर बेहद ही कम रहा. मात्र 208 वोटों से उन्हें कामयाबी हासिल हुई. पटोले को कुल 96795 वोट मिले. बीजेपी के अविनाश ब्राह्मणकर 96587 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे. 


288 सीटों वाले महाराष्ट्र में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा. पार्टी को महज 16 सीटों पर जीत हासिल हुई. कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण जैसे दिग्गज नेता चुनाव हार गए.


इससे पहले रविवार (24 नवंबर) को नाना पटोले ने कहा कि पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि नवनिर्वाचित महायुति सरकार अपने चुनावी घोषणा-पत्र और भाषणों में राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करे.  उन्होंने कहा कि महायुति को मुख्यमंत्री मांझी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं के लिए मासिक भत्ता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करने का अपना वादा तुरंत पूरा करना चाहिए. 


महायुति ने राज्य विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट पर जीत दर्ज की है. महायुति में शामिल बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 41 सीट पर जीत मिली.  दूसरी ओर, एमवीए को करारी हार मिली, जिसने कुल मिलाकर महज 46 सीट जीती हैं. एमवीए में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) को 10 और शिवसेना (यूबीटी) को 20 सीट पर जीत मिली. 


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