Maharashtra News: महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ( Nana Patole) ने डीजीपी रश्मि शुक्ला को हटाने के लिए निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने कहा कि ऐसे कदम से विधानसभा के चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराए जा सकेंगे. पटोले ने 24 सितंबर को यह चिट्ठी लिखी है. रश्मि शुक्ला 1988 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. पटोले का आरोप है कि महायुति सरकार ने रश्मि शुक्ला की कार्य अवधि अवैध तरीके से बढ़ा दी है.


पटोल ने कहा कि रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की डीजीपी होने के साथ ही एंटी करप्शन ब्यूरो की भी महानिदेशक हैं. उन्हें 30 जून को ही रिटायर हो जाना था लेकिन उनकी नौकरी में  जनवरी 2026 तक का विस्तार दिया गया है. पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम का उल्लंघन किया गया है जिसके मुताबिक डीजीपी का कार्यकाल रिटायरमेंट की अवधि तक या फिर केवल दो साल तक के लिए रहता है. इनमें से जो पहले आता है, कार्य अवधि तभी तक रहती है.


डीजीपी ने कराए विपक्ष के नेताओं के फोन टैप - नाना पटोले
नाना पटोले ने चिट्ठी में आरोप लगाया कि रश्मि शुक्ला का अवैध गतिविधियां में  शामिल रहने का इतिहास रहा है जो कि ईमानदारी से कर्तव्य निभाने की उनकी क्षमता पर गंभीर चिंता पैदा करता है. पटोले ने कहा कि शुक्ला विपक्ष के नेताओं के अवैध तरीके से फोन टैप करने में शामिल रही हैं और उनके खिलाफ कई केस दर्ज हैं. लेकिन महायुति सरकार के सत्ता में आने के बाद केस पर रोक लगा दी गई.


विपक्ष के खिलाफ डीजीपी ने किए थे आधारहीन केस - पटोले
नाना पटोले ने यह आरोप भी लगाया है कि डीजीपी रहते हुए उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया है और विपक्ष के नेताओं को प्रताड़ित किया और धमकाया है. विपक्ष के नेताओं के खिलाफ आधारहीन केस दर्ज कराया है. उन्होंने बीजेपी की राजनीतिक प्रचार के रूप में काम किया है और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के तौर पर अपनी ईमानदारी से समझौता किया है.


पटोले ने आगे कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा करने और नवंबर में होने वाले चुनावों को निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से सुनिश्चित करने के लिए रश्मि शुक्ला को महाराष्ट्र डीजीपी और एसीबी की महानिदेशक के पद से हटाना जरूरी है.


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