Food Poisoning Case in Maharashtra: महाराष्ट्र में फूड पॉइजनिंग का एक मामला सामने आया है. नांदेड़ में एक मंदिर के भोज में खाना खाने के बाद कम से कम 90 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसबात की जानकारी पुलिस ने दी है. एक अधिकारी के मुताबिक, यह घटना बुधवार शाम को नायगांव में हुई. उन्होंने बताया कि एक दावत का आयोजन किया गया था और शिव मंदिर के बाहर भक्तों को भोजन परोसा गया था.
90 लोग अस्पताल में भर्ती
उन्होंने कहा, उन्हें खाने के लिए 'अम्बिल' (दलिया) और 'खीर' (दूध से बना एक मीठा व्यंजन) दिया गया. लेकिन 'अम्बिल' खाने के बाद, भक्तों को चक्कर आने लगे और उल्टी होने लगी. शुरुआत में उनमें से कुछ को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन देर शाम फूड प्वाइजनिंग की शिकायतें ज्यादा आईं.
उन्होंने बताया कि देर रात तक कुल 90 लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया. अधिकारी ने बताया कि उन सभी की हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं. उन्होंने बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और जांच की जा रही है.
पिछले महीने भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के माजरी कोलियरी क्षेत्र में रविवार को फूड पॉइजनिंग के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई और 75 से अधिक लोग बीमार हो गए थे. स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, यह घटना चैत्र नवरात्रि महोत्सव की पूर्व संध्या पर एक काली मंदिर में एक धार्मिक समारोह के दौरान शनिवार शाम को 400 से अधिक लोगों के प्रसाद खाने के बाद हुई.
फूड पॉइजनिंग के लक्षण आमतौर पर दूषित खाद्य पदार्थों का सेवन करने के कुछ घंटों बाद शुरू होते हैं. मुख्य लक्षणों में मतली, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द और ऐंठन और बुखार शामिल हैं. ये लक्षण दूषित भोजन खाने के 2 से 3 घंटों के बाद शुरू हो सकते हैं, और कभी-कभी लक्षण दिखने में कुछ दिन भी लग सकते हैं.