Maharashtra News: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) ने बुधवार को महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की रैलियों को बाधित करने की धमकी देने के लिए मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) के लिए आंदोलन कर रहे कार्यकर्ता मनोज जारांगे (Manoj Jarange) पर निशाना साधा. राणे ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि भूख हड़ताल पर बैठे कार्यकर्ता ने सारी हदें पार कर दी हैं. केंद्रीय मंत्री भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र इकाई से एक प्रमुख मराठा नेता हैं.


राणे ने कहा,''मनोज जरांगे ने एक बेतुकी और संवेदनहीन टिप्पणी की है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए महाराष्ट्र में किसी भी जगह का दौरा करना मुश्किल कर देंगे. उसने सारी हदें पार कर दी हैं. मैं आपको चुनौती देता हूं कि जब प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र का दौरा करें तो आप अपनी जगह से हिल भी नहीं पाएंगे. मैं उन्हें मराठाओं का नेता नहीं मानता.'' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''ऐसा लगता है कि उन्हें कुछ मानसिक झटका लगा है और वह ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं जिनका कोई मतलब नहीं है.'' उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता को अपनी सीमाएं जाननी चाहिए और हद में रहना चाहिए.


भूख हड़ताल पर बैठे हैं मनोज जरांगे
नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के लिए मराठा समुदाय के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जारांगे पिछले पांच दिनों से जालना जिले के अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. जरांगे विरोध स्थल से बुधवार को पहले चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी की कोई भी जनसभा नहीं होने दी जाएगी. जारांगे ने इसके अलावा कुनबी मराठों के रक्त संबंधियों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र देने पर एक मसौदा अधिसूचना को कानून में बदलने के लिए राज्य विधानमंडल का एक विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ताकि वे अन्य पिछड़ा वर्ग को मिलने वाले आरक्षण का लाभ उठा सकें.


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