Maharashtra Politics News: महाराष्ट्र में बीजेपी के विधायक नितेश राणे के मस्जिद वाले बयान पर रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से पार्टी सांसद और उनके पिता नारायण राणे ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि नितेश राणे ने जो भी कहा, उसका ऐसा मतलब नहीं था. उनका कहना था कि अगर आप हमारे देश में आकर चरमपंथी गतिविधियां करेंगे तो हम आक्रामक होंगे. हालांकि, उन्हें मस्जिद शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था. उसके बाद उन्होंने कहा भी था कि मैंने गलती की. नारायण राणे ने सिंधुदुर्ग में मीडिया से बात करते हुए यह बात कही.
नारायण राणे ने कहा, "नितेश राणे ने जो मस्जिद में घुसकर मारने वाली बात कही वो गलत थी, लेकिन देश में कितने मुसलमानों ने उन लोगों के खिलाफ आवाज उठाई जो भारत में रहकर देश विरोधी काम कर रहे थे. नितेश राणे के बोलने से लोगों ने उनके खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन अगर उनका मुंह बंद कर दिया जाए तो एक हजार नितेश राणे बन जाएंगे."
नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
नारायण राणे ने नितिन गडकरी के प्रधानमंत्री पद के ऑफर वाले बयान पर कहा कि नितिन गडकरी एक अच्छे नेता और मेरे मित्र हैं. मुझे नहीं पता कि उनका बयान राजनीतिक है या निजी. इसलिए मैं उस विषय पर नहीं बोलूंगा. वहीं उद्धव ठाकरे के सीएम पद की दावेदारी को लेकर उन्होंने कहा, "उन्हें बजट का पता नहीं है, वह मुख्यमंत्री क्या बनेंगे? ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने बिना कोई काम किए मुफ्त का क्रेडिट लिया."
संजय राऊत पर निशाना साधते हुए राणे ने कहा कि उनके पास कोई सामान्य ज्ञान नहीं है. उद्धव ठाकरे और संजय राउत का मतलब महाराष्ट्र नहीं है. मैं उन पर कुछ नहीं बोलना चाहता. जबकि शरद पवार को लेकर उन्होंने कहा कि वह तो चार बार मुख्यमंत्री रहे फिर महिलाओं पर हिंसा क्यों नहीं रुकी?
नितेश राणे ने क्या कहा था?
बता दें कि सितंबर के शुरूआत में अहमदनगर में रामगिरी महाराज के समर्थन में मोर्चा निकाला गया था. इस मोर्चे के बाद एक सभा का आयोजन किया गया था. इसमें बीजेपी विधायक नितेश राणे शामिल हुए थे. इस सभा के दौरान राणे ने मुसलमानों को खुली धमकी दी. उन्होंने कहा कि रामगिरी महाराज के खिलाफ किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों में आकर चुन-चुनकर मारेंगे. जिस जुबान से बोलेंगे, उस जुबान को नहीं रखेंगे.