Maharashtra Politics: विपक्ष ने मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव पर 8 अगस्त को लोकसभा में चर्चा हुई. इस मौके पर सांसद श्रीकांत शिंदे ने शिवसेना (ठाकरे गुट) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की जमकर आलोचना की. इस पर सांसद अरविंद सावंत ने भी तीखा जवाब दिया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे शिंदे गुट के पक्ष में आ गए और अकेले ही अरविद सावंत को चेतावनी दे दी.


नारायण राणे पर सांसद प्रियंका चतुवेदी का हमला?
उन्होंने बोला, 'अरे बैठ, पीछे बैठ... हमारे पीएम पर अभी कोई सवाल नहीं उठा सकते हैं. उनकी औकात नहीं है. अगर कोई पीएम मोदी और अमित शाह पर उंगली उठाएगा तो तुम्हारी मैं औकात निकालूंगा.' संसद में नारायण राणे के ये शब्द थे. राणे ने अरविंद सावंत को चेतावनी दी है. इसे लेकर ठाकरे ग्रुप की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार की आलोचना की. उन्होंने संसद में नारायण राणे के भाषण की एक क्लिप साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा, “यह आदमी एक मंत्री है. इससे पता चलता है कि यह सरकार कितनी नीचे तक गिर सकती है.”


नारायण राणे ने आखिर क्या कहा?
नारायण राणे ने संसद में अपने भाषण में कहा, ''अरविंद सावंत का भाषण सुनते समय मुझे लगा कि मैं दिल्ली में नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की विधानसभा में बैठा हूं. अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए अरविंद सावंत ने श्रीकांत शिंदे को जवाब दिया. उन्होंने उद्धव ठाकरे गुट के हिंदुत्व पर टिप्पणी की. कहा, अगर आपको हिंदुत्व पर इतना ही गर्व था तो आपने 2019 में बीजेपी को धोखा देकर शरद पवार के साथ गठबंधन क्यों किया? क्या तब आपको हिंदुत्व का एहसास नहीं हुआ? सावंत हिंदुत्व और असली शिवसेना के बारे में बात कर रहे हैं. लेकिन, वह शिवसेना में कब शामिल हुए?”


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