Nashik News: महाराष्ट्र के नासिक के हट्टीपाड़ा गांव में चल रहे जल संकट के कारण लोगों को काफी समस्याएं हो रही है. एक स्थानीय महिला ने बताया, "हमारे गांव के कुएं में बहुत गंदा पानी है, पानी बहुत नीचे चला गया है. महिलाओं को पानी निकालने में बहुत समस्या हो रही है. बच्चे भी गंदा पानी पीकर बीमार पड़ रहे हैं." बता दें बीते कुछ दिनों से महाराष्ट्र के कुछ इलाकों से जल संकट की खबरें सामने आ रही है.


जल संकट से जूझ रहे लोग
महाराष्ट्र के नासिक जिले के कई गांवों के लोग कुओं से पानी लेने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं क्योंकि ये जिला पानी की गंभीर कमी से जूझ रहा है. ग्रामीणों को पानी लेने के लिए 70 फीट कुएं में उतरना जैसे जघन्य कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ रहा है. राज्य के कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक तापमान की स्थिति और भूमिगत जल में लगातार कमी ने लोगों के पास अपनी जान जोखिम में डालने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं छोड़ा है.






गंगोदबाड़ी गांव में भी जल संकट
नासिक जिले के पेठ तालुका के अंतर्गत आने वाले गंगोदबारी गांव के लोग हर दिन पानी पाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब गांव पानी की कमी से जूझ रहा है, बल्कि यह समस्या गांवों में 10 साल से चली आ रही है. गंगोदवारी गांव के सरपंच मोहन गवली ने एएनआई को बताया, "हमारे गांव में लगभग 10 साल से पानी का यह संकट चल रहा है... महिलाएं अपनी जान जोखिम में डालकर इस कुएं में उतरती हैं, गिरने का डर हमेशा बना रहता है. वे (महिलाएं) रात में कई बार आती हैं."


कई किलोमीटर पैदल करते हैं सफर
नासिक के गंगोदबाड़ी गांव के लोग जब पानी लेने के लिए 70 फीट के कुएं में उतरते हैं, तो दूसरे पड़ोसी गांवों की महिलाएं कुएं से पानी लाने के लिए 2 किमी पैदल चलकर आती हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार, गांव के कुएं सूख गए थे, जिससे निवासियों को पानी लेने के लिए पहाड़ी के नीचे एक स्थान पर जाना पड़ा.


ये भी पढ़ें: Maharashtra: सुषमा अंधारे मामले में क्या संजय शिरसाट को मिली क्‍लीन चिट? रूपाली चाकणकर ने खारिज की रिपोर्ट