Maharashtra News: महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक जिले में सोमवार को भारी वर्षा जारी रहने से कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. वहीं गोदावरी नदी के मध्य में स्थित अनेक मंदिर डूब गये हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दिन में बाद में बांध से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर के और बढ़ने की आशंका है.
एक अधिकारी ने कहा कि नासिक के लोग नदी के मध्य में स्थित दतोन्दय मारूति (दो मुंह वाले हनुमान) की प्रतिमा के इर्द-गिर्द पानी का स्तर देखकर बाढ़ की तीव्रता का अंदाजा लगा रहे हैं. फिलहाल जलस्तर प्रतिमा की कमर से थोड़ा नीचे है. उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि गोदावरी एवं अन्य नदियों के तटों के आसपास बसे गांवों के लोगों को स्थिति को लेकर सतर्क कर दिया गया है , वैसे फिलहाल जलस्तर खतरे के निशान के नीचे है.
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पुणे में भूस्खलन
वहीं पुणे जिले में प्रसिद्ध भीमाशंकर मंदिर मार्ग पर भारी बारिश के बाद सोमवार को तड़के भूस्खलन हो गया. उन्होंने बताया कि मलबे में कोई फंसा नहीं है और न ही कोई घायल हुआ है. बता दें कि खेड़ तालुका में पुणे से लगभग 100 किलोमीटर और मुंबई से 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर स्थित भीमाशंकर मंदिर देश के 12 'ज्योतिर्लिंगों' में से एक है. लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सुरेश पठाडे ने बताया कि पोखरी घाट पर तड़के करीब तीन बजे भूस्खलन हुआ. उन्होंने बताया कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
पुलिस ने कहा कि मलबे के कारण घोड़ेगांव-भीमाशंकर मार्ग आंशिक रूप से बाधित हो गया. घोड़ेगांव पुलिस थाने के सहायक निरीक्षक जीवन माने ने कहा ''भूस्खलन के कारण मार्ग आंशिक रूप से बाधित हो गया था, लेकिन फिर एक तरफ वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग खुला है. उन्होंने कहा कि मलबे को हटाया जा रहा है.' उल्लेखनीय है कि पुणे जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है.