Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार (19 अगस्त) को मुंबई में एनसीपी प्रमुख और डिप्टी सीएम अजित पवार के साथ मंच साझा किया. सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में दागी नेता को शामिल करने पर देवेन्द्र फडणवीस पहले कड़ा विरोध जता चुके हैं. ऐसे में ये सियासी घटनाक्रम सहयोगी बीजेपी को एक तरह से परेशान करने वाला है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एनसीपी प्रमुख अजित पवार के साथ नवाब मलिक के मंच साझा करने पर जब टिप्पणी मांगी गई तो महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''मैंने अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर दिया है.''
नवाब मलिक एनसीपी संस्थापक शरद पवार के वफादार माने जाते रहे हैं. वो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोप हैं और मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत पर हैं. मुंबई में अणुशक्ति नगर निर्वाचन क्षेत्र में आयोजित जन सम्मान यात्रा कार्यक्रम में अजित पवार ने मलिक की बेटी सना नवाब मलिक को एनसीपी का प्रवक्ता नियुक्त किया. इसी दौरान नवाब मलिक ने मंच साझा किया.
बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पिछले साल महायुति सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार को महायुति गठबंधन में पूर्व मंत्री नवाब मलिक को शामिल करने की किसी भी योजना के खिलाफ चिट्ठी लिखी थी.
मलिक के खिलाफ ईडी का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा अंडरवर्ल्ड आतंकवादी और 1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) के तहत दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है.
नवाब मलिक जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती एमवीए सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, तब वे बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और महाराष्ट्र में तत्कालीन विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस की कड़ी आलोचना करते थे. मलिक को फरवरी 2022 में गिरफ्तार किया गया था. उन्हें अगस्त 2023 में अंतरिम जमानत दी गई थी जिसे समय-समय पर बढ़ाया गया था.
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