(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: 'एक तरफ शरद पवार की NCP तो दूसरी ओर अजित गुट...', किसको झटका देंगे नवाब मलिक?
NCP Nawab Malik: एनसीपी नेता नवाब मलिक को स्वास्थ्य आधार पर अंतरिम जमानत दे दी गई है. अब बाहर आने के बाद नवाब मालिक शरद पवार या अजित गुट किसकी तरफ जाएंगे ये सवाल बना हुआ है.
NCP: वित्तीय गबन मामले में पिछले 17 महीने से जेल में बंद पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य आधार पर दो महीने की अंतरिम जमानत दे दी है. पिछले कुछ दिनों से नवाब मलिक का क्रिटिकेयर अस्पताल में इलाज चल रहा था. आखिरकार जमानत मिलने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. नवाब मलिक 17 महीने तक जेल में रहे. इस दौरान एनसीपी पार्टी में फूट पड़ गई है. उनके जेल जाने से पहले NCP एकजुट थी. अब इस पार्टी में दो गुट हो गए हैं. अजित पवार का एक गुट जो इस वक्त सत्ता में है और दूसरा गुट शरद पवार का है. शरद पवार का गुट (महाविकास अघाड़ी में) विपक्ष में है. ऐसे में कई लोग सोच रहे हैं कि जेल से बाहर आने के बाद नवाब मलिक किस ग्रुप में शामिल होंगे.
सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल ने की मुलाकत
इस बीच, एनसीपी के दोनों गुटों के कई नेता सोमवार से नवाब मलिक से मिल रहे हैं और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ले रहे हैं. अजित पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल ने 15 अगस्त को नवाब मलिक से मुलाकात की. शरद पवार गुट की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले ने भी नवाब मलिक से मुलाकात की. एनसीपी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने भी अजित पवार से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद चव्हाण ने कहा है कि नवाब मलिक अजित पवार के पीछे खड़े हो सकते हैं.
क्या बोले सूरज चव्हाण?
सूरज चव्हाण ने कहा, आज हम डेढ़ साल बाद नवाब मलिक से मिले. उन्हें देखकर खुशी हुई. फिलहाल स्वास्थ्य उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए. ये हम सभी की राय है. राजनीति जारी रहेगी, लेकिन स्वास्थ्य ज्यादा महत्वपूर्ण है.' हमारे वरिष्ठों से लेकर कार्यकर्ताओं तक सभी ने कहा है कि पहले नवाब मलिक को अपनी सेहत सुधारनी चाहिए. हम नवाब मलिक के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.
सूरज चव्हाण ने कहा, नवाब मलिक के राजनीतिक अनुभव को देखते हुए वह भविष्य में सही निर्णय लेंगे. वे हमसे बहुत बड़े हैं. उनका निर्णय अच्छा है. हमने उनकी राजनीति देखी है. उन्होंने हमेशा विकास की राजनीति की है. मुझे विश्वास है कि वे भविष्य में विकास के पक्ष में आएंगे.