Maharashtra Farmers Compensation: महाराष्ट्र में किसानों का मुद्दा हर दिन गरमाता हुआ दिखाई दे रहा है. महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश हुई है. इस बारिश से कृषि फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इसलिए सदन में विपक्ष ने इस मुद्दे पर आक्रामक रुख अख्तियार किया. विपक्ष ने मांग कि, किसानों को मदद मिलनी चाहिए. एबीपी मांझा के अनुसार, नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने राय व्यक्त करते हुए कहा, किसानों के नुकसान के मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत है. किसान बचेगा तो राज्य बचेगा. अजित पवार ने कहा कि सरकार को उसी हिसाब से काम करना चाहिए. उनकी मांग पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जवाब दिया है.
सीएम एकनाथ ने दिया ये जवाब
अजित पवार ने सभागार में मांग की कि सरकार को किसानों को और मदद देनी चाहिए. इसका जवाब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बेमौसम बारिश को लेकर उन्होंने नांदेड़ के जिला कलेक्टर से बात की है. नांदेड़ कलेक्टर अभिजीत राउत खुद क्षतिग्रस्त इलाके में गए हैं. वहां पंचनामा शुरू हो रहा है. मैंने नासिक के जिला कलेक्टर से भी बात की है.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि वहां भी पंचनामा चल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह रिपोर्ट भी भेज रहे हैं. अब तक हुए नुकसान का पंचनामा लगभग पूरा हो चुका है. मुख्यमंत्री ने बताया कि कल से कुछ स्थानों पर बारिश हो रही है, उन स्थानों के लिए पंचनामा भी उपलब्ध है. हमने पहले भी सारे नियम तोड़कर किसानों की मदद की है. हम इस बार भी मदद करेंगे. इसलिए यह सरकार किसानों को हवा में नहीं छोड़ेगी.
क्या बोले चंद्रकांत पाटिल?
अचानक बनी इस स्थिति के कारण कृषि फसलों को नुकसान पहुंचा है. इस संबंध में सरकार ने किसानों की मदद के लिए कदम उठाया है. संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि सरकार ने इससे पहले भी किसानों के मुद्दे को लेकर त्वरित निर्णय लिया था. हमारे पास सूखे के लिए मुआवजा है, भारी बारिश के लिए मुआवजा है. लेकिन बेमौसम बारिश के मुआवजे के संबंध में कुछ नहीं किया गया.
हालांकि, चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बेमौसम बारिश से हुए नुकसान को भी राहत देने का फैसला किया है. पाटिल ने कहा कि यह सरकार किसानों के पक्ष में है.