Maharashtra News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने एकनाथ शिंदे सरकार में अजित पवार (Ajit Pawar) के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शामिल होने के बाद रविवार को पार्टी के विधायक जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) को महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) नियुक्त किया.


पवार की जगह लेंगे आव्हाड 


पड़ोसी ठाणे जिले के मुंब्रा-कलवा से विधायक आव्हाड ने कहा कि एनसीपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने उन्हें पार्टी का मुख्य सचेतक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है. आव्हाड, अजित पवार की जगह लेंगे, जो अब तक नेता प्रतिपक्ष थे. एनसीपी में टूट के बाद संभावित दलबदल और अयोग्यता संबंधी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आव्हाड ने कहा, 'सभी विधायकों को मेरे व्हिप का पालन करना होगा.'


'इन नेताओं नहीं भूलना चाहिए कि...'


एनसीपी के कुछ नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की जांच और इनके (इन नेताओं के) पाला बदलने में इसकी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर आव्हाड ने कहा, 'मुझे इन नेताओं के राज्य सरकार में शामिल होने के फैसले के पीछे कोई अन्य कारण नहीं दिखता. ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं थी.' आव्हाड ने कहा, 'इन नेताओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि पार्टी ने पिछले 25 वर्षों में उन्हें मंत्री बनाया है। अब, वे अपने नेता (83 वर्षीय शरद पवार) को छोड़ कर जा रहे हैं.'


'शरद पवार ने भूमिका स्पष्ट की'


इस बीच महाराष्ट्र NCP अध्यक्ष जयंत पाटिल का भी बयान सामने आया है. शरद पवार ने अपनी भूमिका स्पष्ट की है, उनकी भूमिका पर कोई शक नहीं है. कानूनी रूप से जो भी आवश्यक कदम हैं वो उठाए जाएंगे. हमारा उनपर (अजीत पवार) विश्वास था कि वे ऐसा नहीं करेंगे. इसमें किसी तरह की पूछताछ या भनक लगने की बात नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया है उसमें लिखा है कि पार्टी अपने स्थान पर रहती है लेकिन विधायक आते जाते रहते हैं.'


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