Maharashtra News: महाराष्ट्र में पालक मंत्री को लेकर छिड़ा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को पालक मंत्रियों के ऐलान के बाद अब इस पर एनसीपी प्रमुख अजित पवार का बड़ा बयान सामने आया है.
संभाजीनगर में अजित पवार ने कहा, "पालक मंत्री कौन होगा या नहीं होगा, कहां का होगा. यह अधिकार मुख्यमंत्री का है. पहले ये एकनाथ शिंदे के पास था अब देवेन्द्र फडणवीस के पास है."
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा पालक मंत्री की नियुक्ति के आदेश जारी होने के बाद महायुती में उथल-पुथल मची हुई है. रायगड और नासिक जिला महायुती के बिच विवाद का मुद्दा बना हुआ है.
एकनाथ शिंदे की रणनीति कामयाब
महायुती सरकार ने बीजेपी के संकटमोचक माने जाने वाले जल मंत्री गिरीश महाजन को नासिक जिला दिया तो दूसरी तरफ एनसीपी की पार्टी अध्यक्ष और सांसद सुनिल तटकरे की बेटी और मंत्री आदिती तटकरे को रायगड का गार्डियन मिनिस्टर पद सौंप दिया.लेकिन कुछ ही घंटों में इसपर स्टे लाया गया और फिर एक बार एकनाथ शिंदे की 'नाराज' वाली रणनीती कामयाब हुई .
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
रायगड और नाशिक इन दोनों जिले पर शिवसेना पार्टी ने पहले से ही अपना दावा रखा था. शिवसेना के मंत्री भरत गोगावले रायगड से और नाशिक से मंत्री दादा भुसेने इच्छ जताई थी. शिवसेना पार्टी को यह पद ना मिलने पर रायगड के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया.
गौरतलब है कि रायगड के कुछ पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे दिए शिंदे नाराज हुए और अपने गांव चले गए, शिवसेना की इस नाराजगी की वजह से बीजेपी को इन दो जिलो की नियुक्ती पर स्टे लाना पडा पर अब बीजेपी के कुछ नेता और एनसीपी पार्टी नाराज हो गई है यानी महायुती मे महानाराजी बनी है.
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