ABP C Voter Survey On Sharad Pawar Resign: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एनसीपी (NCP) के अध्यक्ष पद से शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा के बाद से पार्टी में हलचल मची हुई है. एनसीपी नेताओं की ओर से शरद पवार से इस्तीफा नहीं देने की अपील की जा रही है. शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले (Supriya Sule), भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) के साथ-साथ पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) भी उन्हें मनाने में लगे हैं. आने वाले कुछ दिनों में यह भी पता चल जाएगा कि शरद पवार अपने फैसले पर अडिग रहते हैं या अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे.
इस बीच एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने सर्वे किया और लोगों से पूछा कि पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले शरद पवार को फैसला वापस लेना चाहिए? इस सवाल पर लोगों ने अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दीं.
पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले शरद पवार को फैसला वापस लेना चाहिए?
हां- 49 फीसदी
नहीं- 33 फीसदी
पता नहीं- 18 फीसदी
एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने जो सर्वे किया उससे साफ है कि ज्यादातर लोग यह मानते हैं कि शरद पवार को पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले फैसले को वापस लेना चाहिए. कुल 49 फीसदी लोगों का मानना है कि शरद पवार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए. इसके अलावा 33 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें अपना फैसला वापस नहीं लेना चाहिए. वहीं 18 फीसदी लोगों ने इसका जवाब 'पता नहीं' में दिया.
2 मई को शरद पवार ने की थी इस्तीफे की घोषणा
गौरतलब है कि 82 साल के शरद पवार ने मंगलवार (2 मई) को एक कार्यक्रम में यह कहा था कि वह एनसीपी के अध्यक्ष पद को छोड़ रहे हैं. उनकी इस घोषणा से पार्टी नेता और कार्यकर्ता हैरान थे. इस मौके पर कुछ कार्यकर्ता तो रो पड़े और शरद पवार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करने लगे. वहीं बुधवार को एनसीपी के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पार्टी शरद पवार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए राजी करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को धैर्य रखना चाहिए और सामूहिक रूप से (पवार के फैसले के विरोध में) अपने पदों से इस्तीफा देना बंद कर देना चाहिए.
(नोट- abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने महाराष्ट्र का त्वरित सर्वे किया है । इस सर्वे में 1 हजार 638 लोगों से बात की गई है . सर्वे आज (3 मई) दिनभर किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.)