Sharad Pawar Resign: शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के फैसले ने मंगलवार को राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी. उनके इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में एक नई चर्चा को जन्म दे दिया है. तमाम नेताओं इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. जब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से इस पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि यह एनसीपी का आंतरिक मामला है और बीजेपी फिलहाल परिस्थित पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि इस बात पर अभी कुछ बोलना जल्दी होगा. 


'अब नई पीढ़ी को जिम्मेदारी देने का अवसर'
अपनी आत्मकथा के संशोधित संस्करण के विमोचन के मौके पर पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए पवार ने कहा कि मैं उस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं जिसे मैंने कांग्रेस से अलग होने के बाद बनाया था. बता दें कि पवार ने 1999 में एनसीपी के अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी. शरद पवार के इस्तीफे का एनसीपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध किया और उनसे इस्तीफा वापस लेने की मांग की लेकिन पवार नहीं माने और कहा कि अब नई पीढ़ी को जिम्मेदारी देने का अवसर है.


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शरद पवार के इस्तीफे पर क्या बोले अजित पवार
शरद पवार के इस्तीफे के बाद एनसीपी के वरिष्ठ नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने मीडियो को संबोधित करते हुए कहा कि उनके इस्तीफे का मतलब  ये नहीं कि वे राजनीति से सन्यास ले रहे हैं. पार्टी के सभी कार्य और फैसले उन्हीं के नेतृत्व में लिये जाएंगे. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है. अजित पवार ने उदाहरण देते हुए कहा कि सोनिया गांधी अभी भी कांग्रेस की सदस्य हैं लेकिन वह कोई पद नहीं संभालती. एनसीपी नेताओं ने शरद पवार से अपील की है कि वो अपने फैसले को बदल लें.