Sharad Pawar on Resignation as NCP President: पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के कड़े विरोध के बाद शरद पवार ने शुक्रवार को एनसीपी के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया. अब पवार एनसीपी के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. अपना फैसला बदलने के बाद शनिवार को शरद पवार ने कहा कि मुझे पता नहीं था कि मेरी पार्टी मेरे इस्तीफे पर इतनी कड़ी प्रतिक्रिया देगी.
'एक साल में आम चुनाव होना है, ऐसे में...'
कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने भी मुझसे अपना फैसला वापस लेने का अनुरोध किया. पवार ने कहा कि एक साल के भीतर आम चुनाव होने हैं, ऐसे में पार्टी से अलग हटना ठीक नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हम विपक्ष को एकजुट करने पर काम कर रहे हैं.
अध्यक्ष पद से क्यों दिया इस्तीफा, पवार ने बताया
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से मुक्त होने के लिए मैंने सोच-समझकर खुद को तैयार किया था. मेरे पास अभी भी संसद में 3 साल और हैं और मैं भविष्य में एक अच्छी टीम बनाने के विचार में था जो राज्य और देश स्तर पर एनसीपी की जिम्मेदारी ले सके. इसलिए मैंने एक तरफ कदम बढ़ाने और अगली पीढ़ी को मौका देने के बारे में सोचा.
मालूम हो कि शरद पवार ने मंगलवार को अपनी आत्मकथा के अपडेटेड एडिशन के विमोचन के अवसर पर एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था, उनके फैसले का पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कड़ा विरोध करते हुए पवार से अपना फैसला बदलने की मांग की थी. हालांकि पवार ने एनसीपी के नए अध्यक्ष के लिए एक समिति का गठन कर दिया था. शुक्रवार को हुई समिति की बैठक ने पवार के इस्तीफे को खारिज करते हुए उनके एनसीपी के अध्यक्ष पद पर बने रहने का प्रस्ताव पास किया था. समिति के फैसले के बाद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
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